एनएचपीसी ने एक वित्तीय वर्ष में अब तक का सबसे तेज 15000 मिलियन यूनिट उत्पादन हासिल किया

एनएचपीसी ने एक वित्तीय वर्ष में अब तक का सबसे तेज 15000 मिलियन यूनिट उत्पादन हासिल किया

नई दिल्ली,29 अगस्त 2022-नेशनल हाइड्रो पावर कार्पोरेशन (एनएचपीसी) ने 28 अगस्त 2022 को एक वित्तीय वर्ष में अब तक का सबसे तेज 15000 मिलियन यूनिट उत्पादन हासिल किया है। 28 अगस्त तक संचयी उत्पादन 15102 एमयू है।मध्यप्रदेश सहित पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश के कारण जलविधुत उत्पादन में भारी वृद्धि दर्ज की जा रही है। जलाशयों में पानी की भारी आवक के कारण जलविधुत इकाइयों से लगातार उत्पादन कराया जा रहा है। जिसके कारण जलविधुत उत्पादन में लगातार वृद्धि जारी है। 

इससे पहले एनएचपीसी और इसकी अनुषंगियों ने 21 अगस्त को 165.78 एमयू का अब तक का सर्वाधिक एकल दिन का उत्पादन हासिल किया था। एनएचपीसी ने 21.08.2022 को 127.82 एमयू का अब तक का उच्चतम दैनिक उत्पादन हासिल किया है।इससे पहले बीते 30 जुलाई को 125.94 मिलियन यूनिट उत्पादन कर रिकार्ड बनाया गया था। 

उधर नर्मदा हाइड्रौइलेक्टिकल ड्वेलप्मेन्ट कारपोरेशन (एनएचडीसी) ने भी 27 अगस्त को 39.08 मिलियन यूनिट का अब तक का उच्चतम दैनिक उत्पादन हासिल किया है।कार्पोरेशन अंतर्गत इंदिरा सागर जलविधुत गृह ने 26.13 एमयू और उसकी डाउन स्ट्रीम परियोजना ओंकारेश्वर जल विधुत गृह ने 12.95 एमयू उत्पादन कर दैनिक उत्पादन का नया रिकार्ड बनाया है। यही नहीं इंदिरा सागर पावर स्टेशन ने 27 अगस्त को ही अब तक का सर्वाधिक एकल दिवसीय संयंत्र उपलब्धता कारक (पीएएफ) 108.59 प्रतिशत हासिल किया है। 

एनएचपीसी के बारे में 

वर्तमान में, एनएचपीसी लिमिटेड भारत में जलविद्युत विकास के लिए सबसे बड़ा संगठन है। एनएचपीसी में, जलविद्युत परियोजनाओं की स्थापना की अवधारणा से लेकर चालू करने तक, सभी गतिविधियां निष्पादित करने की क्षमता है । एनएचपीसी लिमिटेड ने सौर और पवन ऊर्जा के क्षेत्र में भी विविधीकरण किया है ।

वर्तमान में, एनएचपीसी लिमिटेड के पास 24 पावर स्टेशनों से 7071.2 मेगावाट की संस्थापित क्षमता है जिसमे संयुक्त उद्यम के माध्यम से प्राप्त की गई दो परियोजनाएं शामिल है। इन परियोजनाओं के निष्पादन के दौरान आने वाली बाधाएं जैसे प्रतिकूल भूवैज्ञानिक परिस्थितियों, कानून व्यवस्था की जटिल समस्याएं, दुर्गम एवं दूरस्थ स्थानों को ध्यान में रखते हुए, अब तक की उपलब्धि सराहनीय है ।

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