भारत की एक नवोन्मेषी ने कंबोडिया में तीसरे आसियान-भारत ग्रासरूट इनोवेशन फोरम में एक प्रतियोगिता जीती

भारत की एक नवोन्मेषी ने कंबोडिया में तीसरे आसियान-भारत ग्रासरूट इनोवेशन फोरम में एक प्रतियोगिता जीती

भारत की शालिनी कुमारी को तीसरे आसियान-भारत ग्रासरूट इनोवेशन फोरम में जमीनी स्तर की नवोन्मेष प्रतियोगिता ग्रासरूट इनोवेशन कम्पटीशन में उनके नवाचार “मॉडिफाइड वॉकर विद एडजस्टेबल लेग्स” के लिए प्रथम पुरस्कार मिला हैI

देश में आर्थोपेडिक उत्पादों के अग्रणी निर्माता, विस्को रिहैबिलिटेशन एड्स, उद्योग को हस्तांतरित की गई यह तकनीक ब्रिक और मोर्टार स्टोर्स के माध्यम से एवं देश के जन  सामान्य द्वारा खरीद के लिए अमेज़ॅन इंडिया के माध्यम से खरीदने के लिए उपलब्ध है।

शालिनी कुमारी ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवोन्मेष पर समिति (सीओएसटीआई) कंबोडिया के अध्यक्ष और किंगडम ऑफ कंबोडिया में उद्योग विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार मंत्रालय (एमआईएसटीआई) के महानिदेशक महामहिम डॉ. हुल सिंघेंग, के तहत विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार विभाग के जनरल विभाग से यह पुरस्कार प्राप्त किया। उन्होंने प्रथम पुरस्कार की विजेता होने के कारण 1,500 अमेरिकी डॉलर का नकद पुरस्कार जीता है।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), भारत सरकार और नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन(एनआईएफ) के साथ साझेदारी में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार (सीओएसटीआई) पर दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों के संगठन आसियान (एएसईएएन) की समिति द्वारा आयोजित तीन दिवसीय तीसरे आसियान भारत ग्रासरूट इनोवेशन फोरम का नोम पेन्ह, कंबोडिया में आज प्रसिद्ध, उद्योग, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार, कंबोडिया साम्राज्य की माननीय मंत्री महामहिम किट्टी सेठ पंडिता चाम की उपस्थिति में समापन हुआ। इस फोरम में ग्रासरूट इनोवेशन प्रतियोगिता, छात्र नवाचार प्रतियोगिता,पैनल चर्चा, मुख्य भाषण और नवाचारों की एक प्रदर्शनी शामिल थी जिसमें भारत और आसियान सदस्य राज्यों (एएमएस) के प्रतिभागी शामिल थे।

इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कंबोडिया की मंत्री ने आशा व्यक्त की कि प्रतिभागियों ने एक-दूसरे के अनुभवों से सीखा होगा। तीन दिवसीय प्रदर्शनी के दौरान 9 देशों की लगभग 100 तकनीकों का प्रदर्शन किया गया।

इस अवसर पर किंगडम ऑफ कंबोडिया में भारत के दूतावास में कार्य प्रभारी श्री रिछपाल सिंह, और डॉ. जुरिना मोक्तर, प्रमुख - विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रभाग, आसियान सचिवालय में विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रभाग की प्रमुख डॉ. जुरिना मोक्तर भी उपस्थित थे। तीसरे आसियान भारत ग्रासरूट इनोवेशन फोरम के साथ-साथ कंबोडिया में दूसरी सरकार की बैठक भी आयोजित की गई जिसमें आसियान सदस्य देशों,भारत और आसियान सचिवालय का प्रतिनिधित्व शामिल था।

दूसरा और तीसरा पुरस्कार क्रमशः फिलीपींस और म्यांमार के जमीनी नवप्रवर्तकों द्वारा जीता गया है जिन्होंने क्रमशः 1000 अमेरिकी डॉलर और 500 अमेरिकी डॉलर जीते हैं। कुल मिलाकर, जमीनी स्तर के कुल 45 नवप्रवर्तकों ने भाग लिया और इस प्रतियोगिता में 9 देशों का प्रतिनिधित्व किया। स्टूडेंट इनोवेशन प्रतियोगिता में पहला और दूसरा पुरस्कार थाईलैंड के प्रतिभागियों ने जीता है जबकि तीसरा पुरस्कार लाओ पीडीआर के छात्र ने जीता है। 9 देशों का प्रतिनिधित्व करते हुए कुल 37 प्रतिभागियों ने  प्रतियोगिता में भाग लिया था।

Group Photo - ASEAN India Grassroots Innovation Forum

फोरम में भारत से प्रथम पुरस्कार विजेता सुश्री शालिनी कुमारी, पटना की निवासी हैं। उन्हें पहली बार विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के एक स्वायत्त निकाय नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन द्वारा अपनी तकनीक के लिए वर्ष 2011 में इग्नाईट (आईजीएनआईटीई) प्रतियोगिता के माध्यम से मान्यता दी गई थी ।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग और नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन के साथ साझेदारी में आसियान इंडिया ग्रासरूट इनोवेशन फोरम सालाना सीओइटीआई का आयोजन करता है, जिसमें सम्मेलन सत्र,  इनोवेशन प्रतियोगिताएं और एक प्रदर्शनी शामिल है। प्रमुख प्रतिभागियों अर्थात् सरकारी अधिकारियों, जमीनी नवोन्मेषकों, छात्र नवप्रवर्तकों, शिक्षाविदों, व्यावसायिक अभिनेताओं और व्यापक समुदाय को एक साथ लाकर यह मंच जमीनी स्तर पर नवोन्मेष/नवाचार इकोसिस्टम के विकास को बढ़ावा देने तथा मजबूत करने के लिए एक स्थान प्रदान करता है। पहले दो मंच क्रमशः इंडोनेशिया (2018) और फिलीपींस (2019) में आयोजित किए गए थे, जबकि महामारी के कारण दो साल का संक्षिप्त विराम था।

जमीनी स्तर की नवोन्मेष प्रतियोगिता (ग्रासरूट इनोवेशन कम्पटीशन)

प्रथम पुरस्कार

 शालिनी कुमारी  -भारत

समायोज्य पैरों के साथ संशोधित वॉकर (मॉडिफाइड वॉकर विद एडजस्टेबल लेग्स)

द्वितीय पुरस्कार

मरियम बौऊकिया- फिलीपीन्स

बहुउद्देशीय (मल्टीपरपज) फाइबर स्ट्रिपर

तृतीय पुरस्कार

म्यो थाऊ – म्यामार

ग्रीन टॉडी का  प्लामायरा पाम कोकोनट

छात्र नवोन्मेष प्रतियोगिता ( स्टूडेंट इनोवेशन कम्पटीशन )

प्रथम पुरस्कार

नेपस्कॉल इंथापन –थाईलैंड

ओआरए  (ऑस्टियोआर्थराइटिस पुनर्वास सहायक)

द्वितीय पुरस्कार

तनपत चारुणवोराफन- थाईलैंड 

हृदय की जांच करने वाली स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी (हेल्थटेक)

तृतीय पुरस्कार

फोनसेना चंथावोंग- लाओ पीडीआर

एक स्वच्छ नदी के लिए बुद्धिमत्तापूर्ण नाव

Related Posts

Latest News

रिकॉर्ड समय में चालू की गई अनपरा की 500 मेगावाट की छठवीं इकाई रिकॉर्ड समय में चालू की गई अनपरा की 500 मेगावाट की छठवीं इकाई
सोनभद्र-अनपरा बिजलीघर की पांच सौ मेगावाट क्षमता की जनरेटर में तकनीकी खराबी आने से बीते 10 नवंबर को बंद हुई...
वितरण सुधारों को प्रोत्साहित करने के नाम पर निजीकरण स्वीकार्य नहीं है
अनुभवी और योग्य अभियंता भय के वातावरण में कार्य करने में असमर्थ
मंत्री समूह गठन के बाद उप्र में बिजली के निजीकरण का निर्णय लिया जाय वापस
प्रयागराज में दो फरवरी तक कोई आंदोलन नहीं होगा
महाकुंभ 2025: प्रयागराज में बिजली कर्मियों ने बनाया नया इतिहास!
खुर्जा सुपर ताप विद्युत संयंत्र की पहली इकाई का वाणिज्यिक संचालन शुरू
निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मियों ने शक्तिभवन घेरा
आईआरईडीए कार्यालय का दौरा कर एमएनआरई सचिव ने की समीक्षा
बिजली के निजीकरण के विरोध में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान