यूपी की आठ इकाइयों से विधुत उत्पादन बंद

यूपी की आठ इकाइयों से विधुत उत्पादन बंद

नई दिल्ली,21 मार्च 2023-बीते 16 मार्च से देश के बड़े हिस्से में मौसम परिवर्तन के कारण बिजली की मांग में भारी कमी बनी हुयी है। उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों हुयी विद्युतकर्मियों की हड़ताल खत्म होने के बाद बंद हुयी इकाइयों के चालू होने कारण  उत्पादन में वृद्धि दर्ज की गयी है।हड़ताल के कारण उत्तर प्रदेश राज्य विधुत उत्पादन निगम की बंद हुयी ओबरा और अनपरा परियोजना की इकाइयों से लगातार उत्पादन जारी है।मांग में कमी के बीच ओबरा की 200 मेगावाट वाली चार इकाइयों से 660 मेगावाट के करीब उत्पादन कराया जा रहा है। वहीँ अनपरा की पांच इकाइयों से भी 1750 मेगावाट के करीब उत्पादन जारी है।  

इस बीच बिजली की मांग में कमी के कारण कोयला खदान से दूर स्थित आठ इकाइयों को शटडाउन पर रखना पड़ा है। जिसके कारण 1400 मेगावाट के करीब उत्पादन कम हुआ है। यूपी में बिजली की अधिकतम मांग के 15 हजार मेगावाट के करीब रहने कारण इकाइयों से उत्पादन कम कराया गया है। पिछले 24 घंटे के दौरान टांडा की 110 मेगावाट की चार,ऊंचाहार की 210 मेगावाट की दो एवं 500 मेगावाट की एक तथा हरदुआगंज की 105 मेगावाट वाली एक इकाई से उत्पादन बंद कराया गया है। 

यूपी में सामान्य से 7472 फीसद ज्यादा बारिश

बीते 17 मार्च से बिजली की मांग लगातार 300 मिलियन यूनिट से कम बनी हुयी है।मौसम विभाग के अनुसार आगामी 25 मार्च तक तापमान में स्थिरता बनी रहेगी। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी यूपी में 24 मार्च को बारिश का अनुमान है। जिसके कारण यूपी में बिजली की मांग के अभी 300 मिलियन यूनिट के करीब बने रहने की संभावना है।20 मार्च को यूपी में सामान्य से 7472 फीसद एवं 19 मार्च को सामान्य से 4611 फीसद ज्यादा बारिश दर्ज की गयी है।         

Latest News

खनन और खनिज प्रसंस्करण में अनुसंधान एवं नवाचार प्रोत्‍साहन के लिए खनन स्टार्ट-अप वेबिनार आयोजित खनन और खनिज प्रसंस्करण में अनुसंधान एवं नवाचार प्रोत्‍साहन के लिए खनन स्टार्ट-अप वेबिनार आयोजित
नई दिल्ली-भारत सरकार के खान मंत्रालय ने खनन और खनिज प्रसंस्करण में अनुसंधान एवं नवाचार को बढ़ावा देने के अवसरों...
ग्रीष्मकालीन बिजली की मांग को पूरा करने में सहायता के लिए सरकार ने गैस आधारित बिजली संयंत्रों को परिचालित करने के उपाय किए
इरेडा ने विरासत का उत्सव मनाया
केएबीआईएल और सीएसआईआर-आईएमएमटी ने महत्वपूर्ण खनिजों के शोध के लिए किया समझौता
सरकार ने राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन पहल के अंतर्गत अनुसंधान और विकास प्रस्ताव प्रस्तुत करने की समय सीमा बढ़ाई
आरईसीपीडीसीएल ने अंतरराज्यीय विद्युत पारेषण परियोजना के लिए एसपीवी सौंपे
भारतीय तटरक्षक ने बंगाल की खाड़ी में नौ घायल मछुआरों को बचाया
समुद्री डकैती विरोधी अभियानों के लिए आईएनएस शारदा को ऑन द स्पॉट यूनिट प्रशस्ति पत्र
पनबिजली क्षमता आज के 42 गीगावॉट से बढ़कर 2031-32 तक 67 गीगावॉट हो जाएगी
एसजेवीएन को 15वें सीआईडीसी विश्वकर्मा पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया गया