जी20 चतुर्थ शिक्षा कार्य समूह की बैठक के लिए देश भर में जन भागीदारी कार्यक्रमों का आयोजन

जी20 चतुर्थ शिक्षा कार्य समूह की बैठक के लिए देश भर में जन भागीदारी कार्यक्रमों का आयोजन

पुणे-जी20 की अध्यक्षता के मूल रूप में लोगों की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए शिक्षा मंत्रालय कई गतिविधियों और कार्यक्रमों का आयोजन कर रहा है इसका उद्देश्‍य विशेष रूप से मिश्रित शिक्षा के संदर्भ में 'मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान सुनिश्चित करने (एफएलएन)' को बढ़ावा देना और उसका समर्थन करना है।  

इस उद्देश्य के अनुसरण में शिक्षा मंत्रालय सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के साथ साझेदारी में जी-20, राष्ट्रीय शिक्षा नीति और 'बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता सुनिश्चित करने के बारे में छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और समुदाय जैसे विभिन्न हितधारकों के प्रति जागरूकता और गर्व की भावना जागृत करने के लिए देश भर में जनभागीदारी कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इस संदर्भ में एक से 15 जून, 2023 तक कार्यशालाओं, प्रदर्शनियों, सेमिनारों और सम्मेलनों सहित कई गतिविधियों की योजना बनाई गई है। इन कार्यक्रमों का आयोजन देश भर में राज्य, जिला, ब्लॉक, पंचायत और विद्यालय स्तर पर व्यापक रूप से किया जाएगा और ताकि हर वर्ग के लोगों को इसमें शामिल किया जा सके।

जनभागीदारी कार्यक्रम 19 से 21 जून, 2023 के बीच महाराष्ट्र के पुणे में मुख्य कार्यक्रम अर्थात् चौथी शिक्षा कार्य समूह (चौथी एडडब्ल्यूजी) चर्चा का नेतृत्व करेगा और 22 जून, 2023 को शिक्षा मंत्रिस्तरीय बैठक के साथ सम्‍पन्‍न होगा।

मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यक्रमों की सूची निम्नानुसार है:

  • सभी विद्यालयों में 1 से 15 जून, 2023 के बीच जी20, राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति और ' मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान सुनिश्चित करने के बारे में जागरूकता पर जनभागीदारी कार्यक्रम।
  • महाराष्ट्र के पुणे में 17 से 22 जून, 2023 तक स्कूली शिक्षा, उच्च शिक्षा और कौशल शिक्षा के क्षेत्र में सर्वोत्तम प्रथाओं को प्रदर्शित करने के लिए प्रदर्शनी।
  • 17 और 18 जून, 2023 को बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान पर 2 दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन।

जन भागीदारी का पूरा कार्यक्रम एक शानदार सफलता का पर्याय बन गया है, इस कार्यक्रम में पहले ही 5.01 लाख स्कूलों के 1.19 करोड़ छात्रों और 13.9 लाख शिक्षकों सहित 1.53 करोड़ की भागीदारी हुई है। नौवें दिन तक समुदाय के 19.5 लाख लोगों ने इसमें भाग लिया है, जो न केवल अभूतपूर्व है, बल्कि जनसमुदाय के बीच इस कार्यक्रम के प्रति रुचि और जुड़ाव को भी दर्शाता है।

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