गीता कपूर हाइड्रो सीपीएसयू की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के रूप में नेतृत्व करने वाली पहली महिला बनीं

गीता कपूर हाइड्रो सीपीएसयू की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के रूप में नेतृत्व करने वाली पहली महिला बनीं

नयी दिल्ली-गीता कपूर ने भारतीय विद्युत क्षेत्र के भीतर किसी भी हाइड्रो सीपीएसई का नेतृत्व करने वाली पहली महिला के रूप में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है।  इससे पूर्व, न्होंने वर्ष 2018 में एसजेवीएन में पहली पूर्णकालिक महिला निदेशक के रूप में इतिहास रचा तथा जब श्रीमती कपूर ने वर्ष 1992 में एसजेवीएन को ज्‍वाईन किया तब वह कंपनी में शामिल होने वाली पहली महिला कार्मिक अधिकारी थीं। 

कार्यभार ग्रहण करते समय, श्रीमती गीता कपूर ने गत सभी उन अध्‍यक्ष एवं प्रबंध निदेशकों के प्रति उनके अनुकरणीय नेतृत्व के लिए आभार व्यक्त किया, जिन्‍होंने एसजेवीएनइट्स में शक्ति और परिपक्वता का संचार किया तथा कंपनी को अपनी वर्तमान प्रतिष्ठा तक पहुंचाया। उन्होंने एसजेवीनाइट्स को भविष्य में भी नेतृत्वकारी भूमिका निभाने के लिए शुभकामनाएं दीं। 

एसजेवीएन में 31 वर्षों से अधिक की समर्पित सेवाओं के साथ, श्रीमती गीता कपूर के पास मानव संसाधन, सिविल निर्माण और सिविल अनुबंध के क्षेत्र में सर्वांगीण अनुभव है।  मानव संसाधन में अपने अमूल्य अनुभव के साथ, श्रीमती गीता कपूर ने नीतियां बनाने, मानक संचालन प्रक्रियाओं को परिभाषित करने और यूनियनों के साथ वेतन निपटान का नेतृत्व करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने जनवरी 2024 में कंपनी को प्रतिष्ठित 'ग्रेट प्लेस टू वर्क' सूची में पहुंचाया।

वर्तमान में श्रीमती गीता कपूर एसजेवीएन के पंजीकृत ट्रस्ट 'सीएसआर फाउंडेशन' की अध्यक्ष भी हैं, जो शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, संरचनात्‍मक विकास, महिलाओं एवं बच्चों की देखभाल, सततशील विकास,  प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सहायता आदि के क्षेत्रों में जनसमूह को सशक्त बनाकर विकास एवं सततशीलता के मानकों को पुन: परिभाषित कर रहा है।  श्रीमती कपूर नेपाल में एसजेवीएन अरुण-III पावर डेवलपमेंट कंपनी और एसजेवीएन लोअर अरुण पावर डेवलपमेंट कंपनी, बिहार के बक्सर में एसजेवीएन थर्मल प्राइवेट लिमिटेड तथा एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के निदेशक मंडल में भी हैं। 

अपने कार्य के प्रति गहन जुनून और सामाजिक प्रगति के प्रति प्रतिबद्धता से प्रेरित, श्रीमती गीता कपूर ने नेतृत्व, परिणाम-संचालित दृष्टिकोण और सौहार्द में व्यापक प्रशंसा अर्जित की है।  मानव संसाधन में इनके उत्कृष्ट योगदान को मान्‍यता प्रदान करते हुए इन्हें वर्ष 2019 में विश्व एचआरडी कांग्रेस के दौरान ईटी नाउ द्वारा प्रतिष्ठित महिला सुपर अचीवर अवार्ड से सम्मानित किया गया था।  इसके अतिरिक्त, इन्होंने वर्ष 2022 में 'व्यक्तिगत क्षमता में सीआईडीसी चेयरमैन कोमेन्डेशन ट्रॉफी' प्राप्त की। 

08 अप्रैल, 1964 को हिमाचल प्रदेश के शिमला में जन्मी गीता कपूर ने वर्ष 1992 में अधिकारी (कार्मिक) के रूप में एसजेवीएन में अपनी यात्रा आरंभ की।  प्रतिष्ठित हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल, शिमला की पूर्व छात्रा श्रीमती कपूर ने 1986 में मानव संसाधन प्रबंधन में विशेषज्ञता के साथ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री हासिल की।  इनकी शैक्षणिक यात्रा लोरेटो कॉन्वेंट तारा हॉल, शिमला से आरंभ हुई,  इसके पश्‍चात इन्‍होंने वर्ष 1984 में सेंट बीड्स कॉलेज, शिमला से विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

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