रिहन्द और बाणसागर के लिए पुनः अच्छे संकेत
छतीसगढ़ और मध्यप्रदेश में हो सकती है भारी बारिश
By संजय यादव
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नई दिल्ली- लगभग आठ वर्षों बाद पूरी तरह भरे देश के सबसे बड़े जलाशयों में एक रिहन्द सहित बाणसागर बांध में पुनः भारी पैमाने पर पानी आने की संभावना बन गयी है। मध्य और समीपवर्ती उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी पर बने सुस्पष्ट निम्न दबाव क्षेत्र के कारण अगले 2-3 दिनों के दौरान ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ और तेलंगाना में बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार जारी सप्ताह के दौरान पश्चिम और मध्य भारत में व्यापक रूप से वर्षा होने की संभावना है। जिसको देखते हुए पुनः दोनों जलाशयों में पानी की आवक बढ़ सकती है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो पुनः रिहन्द बाँध के फाटक खोले जा सकते हैं।
मौसम विभाग के अनुसार 31 अगस्त और 01 सितंबर को छत्तीसगढ़ तथा 02 सितंबर को पूर्वी मध्य प्रदेश में अत्यधिक बारिश होने की सम्भावना है। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान का असर अगर छतीसगढ़ के उत्तरी जिलों सूरजपुर,सरगुजा,बलरामपुर,जशपुर एवं मध्य प्रदेश के सिंगरौली जनपदों पर भी हुआ तो रिहन्द बांध में पानी की आवक बढ़ जायेगी। इसके अलावा पूर्वी मध्य प्रदेश के अनुपपुर,शहडोल,उमरिया,जबलपुर,डिंडोरी एवं छतीसगढ़ के कोरिया जनपदों में बारिश हुयी तो शहडोल स्थित बाणसागर में पानी की आवक बढ़ जायेगी।
रिहन्द और ओबरा डैम के फाटक बंद
पिछले चार दिन से खुले उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में मौजूद रिहंद बांध और ओबरा डैम के सभी फाटकों को बंद कर दिया गया है। रिहन्द बांध में पानी की आवक के 50 हजार क्यूसेक से कम होने को देखते हुए फाटकों को बंद किया गया है। फिलहाल जलविधुत की इकाइयों को चला कर लगभग 18 हजार क्यूसेक के करीब पानी नदी में छोड़ा जा रहा है।
स्रोत-भारत मौसम विज्ञान विभाग
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