टाटा पावर को पहली तिमाही में ₹1,262 करोड़ का मुनाफा
हर क्षेत्र में मजबूत बढ़त
भारत की सबसे बड़ी वर्टिकली इंटीग्रेटेड पावर कंपनी टाटा पावर ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1 FY26) में शानदार परिणाम दर्ज किए हैं। कंपनी ने इस तिमाही में ₹1,262 करोड़ का शुद्ध मुनाफा (PAT) कमाया, जो वर्ष-दर-वर्ष (YoY) आधार पर 6% की वृद्धि है। वहीं कुल राजस्व ₹17,464 करोड़ रहा, जो 4% की YoY वृद्धि दर्शाता है।
कंपनी का EBITDA (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की कमाई) 17% की जबरदस्त छलांग के साथ ₹3,930 करोड़ तक पहुंच गया।
नवीकरणीय ऊर्जा में तेज़ प्रगति
Q1 FY26 में टाटा पावर ने कुल 652 मेगावाट (MW) की परियोजनाएं चालू कीं, जिसमें से 94 MW अपनी पोर्टफोलियो से और 560 MW थर्ड पार्टी EPC क्लाइंट्स के लिए थे। कंपनी की उपयोगिता स्तर की परिचालन क्षमता अब 5.6 गीगावाट (GW) तक पहुँच चुकी है — जिसमें 4.6 GW सौर ऊर्जा और 1 GW पवन ऊर्जा शामिल हैं। आगामी तीन तिमाहियों में 1.6 GW अतिरिक्त क्षमता जोड़ने की योजना है।
टाटा पावर के CEO और MD डॉ. प्रवीर सिन्हा ने कहा कि हमने FY26 की शुरुआत शानदार प्रदर्शन के साथ की है। हमारी रिन्यूएबल एनर्जी पोर्टफोलियो निरंतर उम्मीदों से बेहतर कर रही है, और हम नवाचार, स्केल और दक्षता पर केंद्रित हैं।
वितरण और उत्पादन में उल्लेखनीय सुधार
टाटा पावर के Generation और Transmission & Distribution (T&D) व्यवसायों ने भी शानदार प्रगति दिखाई है। कंपनी की डिस्कॉम (Discoms) अब देशभर में लगभग 1.3 करोड़ ग्राहकों को बिजली सप्लाई कर रही हैं। खासकर ओडिशा डिस्कॉम्स को राष्ट्रीय स्तर पर वितरण सुधारों के मॉडल के रूप में सराहा गया है।
कंपनी ने 2030 तक 4 करोड़ ग्राहकों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है और इसके तहत महाराष्ट्र में लाइसेंस के लिए आवेदन किया है।
सौर ऊर्जा और EPC कार्यों में रिकॉर्ड
Q1 FY26 में 270 MWp रूफटॉप सोलर की रिकॉर्ड इंस्टॉलेशन की गई। कुल रूफटॉप इंस्टॉलेशन अब 2 लाख से अधिक हो चुकी है, जिसकी संयुक्त क्षमता 3.4 GWp है। कंपनी ने तीसरे पक्ष को 107 MW सोलर मॉड्यूल और 54 MW सोलर सेल्स की बिक्री की, जिससे ₹1,303 करोड़ के ऑर्डर प्राप्त हुए।
प्रमुख साझेदारियां और परियोजनाएं
टाटा मोटर्स के साथ 131 MW की विंड-सोलर हाइब्रिड परियोजना (महाराष्ट्र और गुजरात), जिससे हर साल ~300 मिलियन यूनिट (MU) बिजली और 2 लाख टन CO₂ की बचत। SJVN से 88 MW की "राउंड-द-क्लॉक" नवीकरणीय परियोजना का आदेश (FDRE-3), लक्ष्य ~580 MU/वर्ष और ~4.9 लाख टन CO₂ बचत।
NTPC के साथ 200 MW की Firm & Dispatchable Renewable Energy PPA, अनुमानित उत्पादन ~1,300 MU/वर्ष और 1 मिलियन टन CO₂ की बचत। Fiat India Automobiles के लिए 12.62 MWp ग्रुप कैप्टिव परियोजना (अकोला), अनुमान ~20.63 MU/वर्ष। Tata Realty के लिए 6 MW की Project Development Agreement।
टाटा पावर FY26 की शुरुआत से ही न केवल आर्थिक रूप से, बल्कि ऊर्जा संक्रमण, सतत विकास, और डिस्कॉम सुधारों में भी मजबूत लीडर के रूप में उभर कर सामने आई है। कंपनी की रणनीति, नवाचार और विस्तारित उपस्थिति इसे भविष्य में भारत की ऊर्जा क्रांति का प्रमुख स्तंभ बनाएगी।