लाइन रिएक्टर को गलत जगह शिफ्ट किया गया
उपभोक्ता परिषद ने किया खुलासा
लखनऊ-पारेषण के क्षेत्र में भारी लापरवाही का मामला सामने आया है। मामले को छुपाने का प्रयास सोमवार को सबके सामने आ गया। अनपरा-डी उन्नाव 765 केवी लाइन के लाइन रिएक्टर को गलत जगह शिफ्ट किए जाने की लापरवाही के कारण राज्य विधुत उत्पादन निगम लिमिटेड के सबसे बड़े तापीय विधुत घर अनपरा से लगातार उत्पादन कम करना पड़ रहा है। इस लापरवाही के कारण 1200 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई लाइन पिछले कई महीनों से बंद चल रही है। उसके चलते लगातार थर्मल बैंकिंग हो रही है।
उ.प्र. विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा के अनुसार उत्तर प्रदेश के ऊर्जा क्षेत्र के सबसे बड़ा तकनीकी उदासीनता का खुलासा हुआ है। अनपरा -डी उन्नाव 765 केवी लाइन के लाइन रिएक्टर को ओबरा- सी के निर्माण पर लीलो लाइन के चलते गलत जगह शिफ्ट कर दिया गया।
बताया कि पहले मामले को दबाया जब पोल खुली तो हडकंप मच गया है। कहा कि केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण से सहयोग मांगा गया लेकिन केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण भी मामले पर मौन रहा।
सोमवार को 2 घंटे के लिए लैंको उन्नाव 765 केवी की लाइन जब ब्रेकडाउन में गयी फिर बिजली कंपनी में हडकंप मच गया। लगभग 900 मेगा वाट थर्मल बैकिंग करके ग्रिड का संतुलन बनाना पड़ा। मामले को लेकर उपभोक्ता परिषद ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है और कहा है कि यह सबसे गंभीर तकनीकी मामला है, जिसपर प्रबंधन को सख्त कदम उठाये जाने की जरूरत है।
ये है मामला
765 केवी अनपरा-डी लाइन नवंबर 2021 से चालू है। ओबरा-सी निर्माण को देखते हुए ओबरा-सी को जोडने के लिए ओबीटीएल कंपनी द्वारा लीलो लाइन बनाई गई है। लीलो लाइन बन जाने के बाद अनपरा-डी व ओबरा-सी लाइन को उर्जीकृत करने के लिए 330 एमवीएआर लाइन रिएक्टर को ओबरा-सी उन्नाव लाइन पर शिफ्ट करना था। गलती से ओबरा-सी अनपरा-डी लाइन पर शिफ्ट कर दिया गया। जिसकी वजह से यह लाइन फरवरी से ही बंद है।