पर्यटन के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 5399.15 करोड़ रुपये

पर्यटन के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 5399.15 करोड़ रुपये

नई दिल्ली,4 अगस्त- पर्यटन मंत्रालय ने अपनी स्वदेश दर्शन योजना (एसडीएस) के तहत देश में पर्यटन के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 5399.15 करोड़ रुपये की लागत वाली 76 परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इन स्वीकृत परियोजनाओं में जनजातीय और ग्रामीण क्षेत्र पर्यटन परियोजनाएं शामिल हैं।पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।

बताया कि पर्यटन मंत्रालय ने अब अपनी स्वदेश दर्शन योजना को स्वदेश दर्शन 2.0 (एसडी 2.0) का नया स्वरूप दिया है ताकि देश में पर्यटक और पर्यटन स्थल केंद्रित दृष्टिकोण के साथ पर्यटन स्थलों का स्थायी और जिम्मेदारीपूर्ण विकास किया जा सके।

स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के लिए दिशा-निर्देश महाराष्ट्र और तमिलनाडु सहित सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासन को जारी किए गए हैं, हालांकि स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत विकास के लिए अभी किसी भी पर्यटन स्थल की पहचान नहीं की गई है। पर्यटन मंत्रालय पहले ही स्वदेश दर्शन योजना के तहत महाराष्ट्र में 2 और तमिलनाडु में 1 परियोजना को मंजूरी दे चुका है।

राज्य सरकारों/संघ राज्य क्षेत्र प्रशासनों द्वारा दी गई सूचना के अनुसार कुल 76 स्वीकृत परियोजनाओं में से 50 परियोजनाएं अब तक भौतिक रूप से पूर्ण हो चुकी हैं। पर्यटन मंत्रालय प्रत्येक सर्किट में पर्यटन के लिए जाने वाले पर्यटकों की कुल संख्या के संबंध में आंकड़े एकत्र नहीं कर रहा है।

 

 

Related Posts

Latest News

अदानी ग्रीन ने रचा इतिहास, अक्षय ऊर्जा क्षमता 15,539 MW के पार अदानी ग्रीन ने रचा इतिहास, अक्षय ऊर्जा क्षमता 15,539 MW के पार
भारत की अग्रणी अक्षय ऊर्जा कंपनी अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए अपनी कुल...
सागौन के पत्तों से बनेगा लेज़र सुरक्षा कवच
बेंगलुरु में देश की सबसे बड़ी BESS विनिर्माण सुविधा का उद्घाटन
स्टेट विजिलेंस की कार्यवाही से बिजलीकर्मियों में उबाल
"जेल भेजो!" फॉर्मेट से गरमाई बिजली राजनीति, संघर्ष समिति की ललकार
वैश्विक जलविद्युत उत्पादन में जोरदार बढ़त, 2024 में 10% की वृद्धि
CRISPR तकनीक से टमाटर, आलू और मिर्च होंगे स्मार्ट
इक्विटी ट्रिक से लूट की तैयारी? 42 जनपदों की विद्युत संपत्तियां खतरे में!
भारतीय वैज्ञानिकों ने बनाया अनोखा बायोडिग्रेडेबल वॉटर प्यूरीफायर
भारतीय रेलवे की साइलो लोडिंग से थर्मल प्लांट में कोयले का रिकॉर्ड स्टॉक