जिंदगी दो पल की

जिंदगी दो पल की

कृष्णकुमार कुन्नथ (के.के) का जन्म  23 अगस्त1968 को केरल में हुआ था। वे  प्रसिद्ध भारतीय पार्श्वगायक थे। उन्हें उनके संक्षिप्त नाम 'केके' से अधिक जाना जाता था। वह हिंदीतेलुगुमलयालमकन्नड़ और तमिल फिल्मों में प्रमुख गायक रहे। केके ने अपने दोस्तों के साथ एक रॉक बैंड का भी गठन किया था। मशहूर गायक किशोर कुमार और संगीत निर्देशक आर. डी. प्रधान ने केके को बहुत प्रभावित किया था।

विख्यात फिल्म निर्देशक विशाल भरद्वाज ने केके को बॉलीवुड में गाने का पहला मौका दिया था। उन्होंने बॉलीवुड में अपना कार्यकाल फ़िल्म 'माचिस' के 'छोड़ आये हम वो गलियाँ' से शुरू किया। केके 31 मई, 2022 की आधी रात को कोलकाता के नजरुल मंच पर परफॉर्म कर रहे थे कि अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और कुछ ही पलों में उनकी मौत हो गई।

प्रसिद्ध गाने

पल, तड़प-तड़प के इस दिल से, सच कह रहा है दीवाना, आवारापन बंजारापन, आशाएं, तू ही मेरी शब है, क्या मुझे प्यार है, लबों को, जरा सा, खुदा जानें, दिल इबादत, है जूनून, जिंदगी दो पल की, मै क्या हूँ, हां तू है, अभी-अभी, तुझे सोचता हूँ, इंडिया वाले, तो जो मिला।

साभार-भारत डिस्कवरी 

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