भारतीय आईपीआर के सृजन को बढ़ावा देने के लिए 5जी और 6जी से परे त्वरित अनुसंधान के लिए रोडमैप प्रस्तुत

भारतीय आईपीआर के सृजन को बढ़ावा देने के लिए 5जी और 6जी से परे त्वरित अनुसंधान के लिए रोडमैप प्रस्तुत

नई दिल्ली-नीति अनुसंधान, नवाचार और प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय दूरसंचार संस्थान (एनटीआईपीआरआईटी), दूरसंचार विभाग (डीओटी) ,गाजियाबाद ने हाल ही में आईआईची गांधीनगर में "5जी यूज केस लैब्स: अवेयरनेस एंड प्री-कमीशनिंग रेडीनेस" पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का उद्घाटन गुजरात सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की प्रधान सचिव, सुश्री मोना खानधर ने किया। इस कार्यशाला में पश्चिमी क्षेत्र के 18 संस्थानों के 100 से ज्यादा प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया।

कार्यशाला का उद्देश्य 5जी प्रौद्योगिकी उपयोग के मामलों में नवाचार का पोषण करना है, विशेष रूप से दूरसंचार विभाग द्वारा वित्त पोषित के माध्यम से पूरे देश में 100 5जी यूज केस लैब की स्थापना पर ध्यान केंद्रित करना है। आईआईटी गांधीनगर के साथ-साथ पश्चिमी क्षेत्र के 18 संस्थानों में इन लैब की स्थापना की जाएगी। इसके लिए दूरसंचार विभाग- मुख्यालय के अधीन मानक-अनुसंधान और विकास-नवाचार (एसआरआई) प्रभाग शिक्षकों, छात्रों और स्टार्टअप समुदायों द्वारा समय पर स्थापना व प्रभावी उपयोग के लिए 5जी प्रयोगशालाओं से संबंधित नीति, कार्यान्वयन और क्षमता निर्माण से संबंधित पहलुओं का नेतृत्व कर रहा है। ये प्रयोगशालाएं पूरे देश में स्थापित की जा रही 100 5जी लैब का हिस्सा हैं, जिनकी घोषणा अक्टूबर, 2023 में आयोजित इंडिया मोबाइल कांग्रेस के दौरान की गई थी।

अपने संबोधन में, सुश्री मोना खानधर ने 5जी नेटवर्क का सर्वोत्तम उपयोग करने वाले मामलों को विकसित करने के महत्व को रेखांकित किया और 100 5जी लैब की शुरुआत तेजी से करने का आग्रह किया। उन्होंने इन प्रयोगशालाओं का प्रभावी रूप से लाभ प्राप्त करने के लिए शैक्षणिक संस्थानों के बीच समन्वय को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया, जबकि उनकी स्थापना में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए दूरसंचार विभाग की सराहना की। आईआईटी गांधीनगर में अनुसंधान और विकास के डीन, प्रोफेसर अमित प्रशांत ने नवाचार की आवश्यकता पर बल दिया और संभावित सकारात्मक सामाजिक प्रभाव पड़ने के लिए इस पहल की सराहना की। इसके अतिरिक्त, श्री रॉबर्ट रवि, उप महानिदेशक (एसआरआई) दूरसंचार विभाग और श्री अतुल सिन्हा, उप महानिदेशक, एनटीआईपीआरआईटी ने भी प्रतिभागियों के साथ अपने विचारों को साझा किया।

पूरे कार्यशाला के दौरान, उद्यमों, शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य और ई-कॉमर्स सहित अन्य क्षेत्रों में फैले स्टार्टअप और उद्योग प्रतिनिधियों जैसे मैसर्स आरजेआईओ, मैसर्स एलेना जियो सिस्टम्स, मेसर्स सीईक्यूयू लैब्स, मैसर्स क्यूपीआईएआई इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और मैसर्स फिनारा टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 5जी के विभिन्न संभावित उपयोगों की जानकारी दी। इस कार्यशाला में आईआईटी गांधीनगर, पश्चिमी क्षेत्र के इंजीनियरिंग कॉलेजों के संकाय सदस्यों, उद्योग प्रतिनिधियों, शोधकर्ताओं, छात्रों और दूरसंचार विभाग के अधिकारियों ने आपस में विचार-विमर्श किया।

कार्यक्रम का समापन एक पैनल चर्चा के साथ हुआ, जिसमें श्री अजातशत्रु सोमानी, अतिरिक्त महानिदेशक दूरसंचार गुजरात एलएसए; श्री अतुल सिन्हा, एनटीआईपीआरआईटी के उप महानिदेशक; श्री रॉबर्ट रवि, दूरसंचार विभाग के उप महानिदेशक (एसआरआई); समीर कुलकर्णी, आईआईटी गांधीनगर में प्रोफेसर; श्री संजय, टीसीआईएल में महाप्रबंधक; और श्री राजेश गुप्ता, उप महानिदेशक (वायरलेस एक्सेस) एनटीआईपीआरआईटी शामिल हुए।

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