यूपी में बिजली की मांग पुनः रिकार्ड स्तर पर,करनी पड़ी भारी कटौती
नई दिल्ली,10 सितंबर 2022- मानसून की कमजोरी के कारण देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में बिजली की मांग पुनः रिकार्ड स्तर पर पहुँच गयी है। चालू सितंबर माह में लगातार बिजली की अधिकतम मांग 25 हजार मेगावाट से ज्यादा बनी हुयी है।बीते 8 सितंबर को ही प्रदेश में सामान्य से 83 फीसद एवं 9 सितंबर को 81 फीसद कम बारिश हुयी है। 9 सितंबर को पीक आवर के दौरान अधिकतम प्रतिबंधित मांग रिकार्ड 26761 मेगावाट तक पहुँच गयी। इससे पहले 15 जुलाई 2022 को 26537 मेगावाट का रिकार्ड था।
मानसून सत्र के अंतिम महीने में पुनः मानसून ने जोर का झटका दिया है। अभी तक यूपी में सामान्य से 46 फीसद कम बारिश हुयी है। मानसून की कमी के कारण लगातार अधिकतम तापमान में लगातार वृद्धि हो जा रही है। जिसके कारण वातानुकूलित सहित इलेक्ट्रिक यंत्रों के संचालन में वृद्धि हुयी है।
बढ़ते उमस के कारण बिजली की न्यूनतम मांग भी 19 हजार मेगावाट को पार कर जा रही है। लगातार मांग बढ़ने के कारण आपात कटौती की स्थिति बन जा रही है। 9 सितंबर को पीक आवर के दौरान 840 मेगावाट तक की आपात कटौती करनी पड़ी। हालत को नियंत्रण में रखने के लिए केंद्रीय पूल से 14125 मेगावाट बिजली आयात करनी पड़ी।यही नहीं इनर्जी एक्सचेंज से भी 3955 मेगावाट बिजली खरीदनी पड़ी।