इरेडा ने 1,000 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना के लिए एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के साथ 4,445 करोड़ रुपये का ऋण समझौता किया

इरेडा ने 1,000 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना के लिए एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के साथ 4,445 करोड़ रुपये का ऋण समझौता किया

इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी लिमिटेड (इरेडा) ने राजस्थान के बीकानेर जिले में 1,000 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना के लिए आज एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एसजेवीएन लिमिटेड की सहायक कंपनी एसजीईएल) के साथ 4,444.71 करोड़ रुपये के ऐतिहासिक ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए।

इरेडा द्वारा वित्तपोषित परियोजना 400/220 केवी के बीकानेर-II (बीकानेर के नजदीक) सबस्टेशन से जुड़ेगी। एसजेवीएन ने वीजीएफ सहायता पर आधारित प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के माध्यम से ग्रिड से जुड़ी सोलर पीवी पावर परियोजना के विकास के लिए सीपीएसयू चरण-II (ट्रांच III) योजना के तहत इरेडा द्वारा जारी निविदा के माध्यम से परियोजना हासिल की है।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image0026I0E.jpg

इस अवसर पर इरेडा के सीएमडी ने कहा: "हम 1,000 मेगावाट की सौर परियोजना के विकास के लिए एसजीईएल को इरेडा की उच्चतम ऋण राशि स्वीकृत करके प्रसन्न हैं। हम इस तरह के सहयोग से 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन से ऊर्जा का 50 प्रतिशत हिस्सा प्राप्त करने के भारत सरकार के लक्ष्‍य में उसकी सहायता करने में सक्षम होंगे। साथ ही, यह साझेदारी हरित निवेश को प्रोत्साहित करेगी और प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों तरह के रोजगार के अवसर पैदा करेगी।”

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image0039OFN.jpg

इरेडा के सीएमडी श्री प्रदीप कुमार दास और एसजेवीएन के सीएमडी श्री नंद लाल शर्मा, श्री प्रदीप्त कुमार रॉय, डीजीएम (इरेडा) और श्री एस. एल. शर्मा, सीईओ (एसजीईएल) की उपस्थिति में इरेडा के कॉर्पोरेट कार्यालय में ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर इरेडा के तकनीकी निदेशक श्री चिंतन शाह, एसजेवीएन के वित्‍त निदेशक श्री ए.के. सिंह, डॉ. आर.सी. शर्मा, सीएफओ, श्रीमती देबयानी भाटिया, जीएम (टीएस), इरेडा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

Related Posts

Latest News

रिकॉर्ड समय में चालू की गई अनपरा की 500 मेगावाट की छठवीं इकाई रिकॉर्ड समय में चालू की गई अनपरा की 500 मेगावाट की छठवीं इकाई
सोनभद्र-अनपरा बिजलीघर की पांच सौ मेगावाट क्षमता की जनरेटर में तकनीकी खराबी आने से बीते 10 नवंबर को बंद हुई...
वितरण सुधारों को प्रोत्साहित करने के नाम पर निजीकरण स्वीकार्य नहीं है
अनुभवी और योग्य अभियंता भय के वातावरण में कार्य करने में असमर्थ
मंत्री समूह गठन के बाद उप्र में बिजली के निजीकरण का निर्णय लिया जाय वापस
प्रयागराज में दो फरवरी तक कोई आंदोलन नहीं होगा
महाकुंभ 2025: प्रयागराज में बिजली कर्मियों ने बनाया नया इतिहास!
खुर्जा सुपर ताप विद्युत संयंत्र की पहली इकाई का वाणिज्यिक संचालन शुरू
निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मियों ने शक्तिभवन घेरा
आईआरईडीए कार्यालय का दौरा कर एमएनआरई सचिव ने की समीक्षा
बिजली के निजीकरण के विरोध में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान