एसजेवीएन को 200 मेगावाट सौर ऊर्जा के लिए उत्तराखंड से आशय पत्र प्राप्त हुआ

एसजेवीएन को 200 मेगावाट सौर ऊर्जा के लिए उत्तराखंड से आशय पत्र प्राप्त हुआ

नई दिल्ली- एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, नन्‍द लाल शर्मा ने बताया कि एसजेवीएन को उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) से 200 मेगावाट सौर ऊर्जा खरीदने का आशय पत्र प्राप्त हुआ है।

श्री नन्‍द लाल शर्मा ने कहा कि यूपीसीएल एसजेवीएन की 1000 मेगावाट बीकानेर सौर परियोजना से 2.57 रुपए प्रति यूनिट के टैरिफ पर 200 मेगावाट विदयुत खरीदने का इच्‍छुक है। यह सौर परियोजना सीपीएसयू योजना के अंतर्गत राजस्थान में एसजेवीएन की पूर्ण स्वामित्व वाली अधीनस्‍थ कंपनी एसजीईएल के माध्यम से विकसित की जा रही हैजिसमें भारत सरकार की फंडिंग वायवलिटी गैप शामिल है। परियोजना से उत्पन्न विदयुत का उपयोग सरकारी संस्थाओं द्वारा प्रत्‍यक्ष या डिस्‍कॉम के माध्यम से किया जाएगा।

 श्री नन्‍द लाल शर्मा ने आगे कहा कि परियोजना से सौर ऊर्जा का आबंटन निकट भविष्य में एसजीईएल और यूपीसीएल के बीच हस्ताक्षरित होने वाले विदयुत खरीद करार के अनुसार होगा। यह विकास सौर आरपीओ लक्ष्यों की पूर्ति करने और विदयुत की कमी को पूरा करने में सहयोग देगा।

 इससे पूर्व 03 जनवरी, 2023 को, भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने 1000 मेगावाट की बीकानेर सौर परियोजना की आधारशिला रखी थी। यह परियोजना जून, 2024 तक कमीशनिंग के लिए निर्धारित है और इसमें 5491 करोड़ रुपए का निवेश शामिल है। इस परियोजना से प्रथम वर्ष में 2455 मिलियन यूनिट और 25 वर्षों की अवधि में संचयी रूप से लगभग 56838 मिलियन यूनिट विदयुत उत्पन्न होने की संभावना हैजबकि कार्बन उत्सर्जन में 27,85,077 टन की कमी आएगी।

एसजेवीएनएक अग्रणी विदयुत सीपीएसयू है जो  भारत सरकार के हरित ऊर्जा ट्रांजिशन लक्ष्य के अनुरूप अपने नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध है।

कंपनी ने वर्ष 2026 तक 12,000 मेगावाट का मिशन और वर्ष 2040 तक 50,000 मेगावाट की स्थापित क्षमता का साझा विजन निर्धारित किया है।

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