भारत में व्यावसायिक स्तर की पहली हरित अमोनिया और हरित मेथेनॉल परियोजना

भारत में व्यावसायिक स्तर की पहली हरित अमोनिया और हरित मेथेनॉल परियोजना

एनटीपीसी आरईएल ने जीएसीएल के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

एनटीपीसी आरई लिमिटेड (एनटीपीसी आरईएल) ने गुजरात अल्कलीज एंड केमिकल्स लिमिटेड (जीएसीएल) के साथ आज नई दिल्ली में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इसका उद्देश्य हरित ऊर्जा और हरित हाइड्रोजन के लक्ष्यों तथा कार्बन-तटस्थ अर्थव्यवस्था की दिशा में भारत सरकार के प्रयासों को सफल बनाना है। इस समझौता ज्ञापन पर जीएसीएल के प्रबंध निदेशक श्री हर्षद आर पटेल और एनटीपीसी आरईएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री मोहित भार्गव ने हस्ताक्षर किए।

समझौता ज्ञापन के अनुसार अक्षय ऊर्जा, हरित मेथेनॉल एवं हरित अमोनिया के क्षेत्र में सहयोग करने तथा 100 मेगावाट आरई-आरटीसी (चौबीस घंटे) बिजली की आपूर्ति के अवसरों की पारस्परिक रूप से खोज करने और गुजरात के वडोदरा दाहेज परिसर में जीएसीएल द्वारा विभिन्न रसायनों के उत्पादन के सीमित उपयोग के लिए 75 टीपीडी हरित मेथेनॉल और 35 टीपीडी हरित अमोनिया को संश्लेषित करने की योजना बनाई गई है।

एनटीपीसी लिमिटेड नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता विकास में सबसे आगे है और इसे देश में अब तक का सबसे कम सौर टैरिफ लाने का श्रेय दिया गया है। एनटीपीसी की 100% सहायक कंपनी एनटीपीसी आरईएल को एनटीपीसी के अक्षय ऊर्जा व्यवसाय की देखभाल के लिए अक्टूबर 2020 में शामिल किया गया था। यह विकास कार्य एनटीपीसी द्वारा हरित हाइड्रोजन पहल की घोषणा करने और हरित मेथनॉल को संश्लेषित करने तथा हरित हाइड्रोजन फिलिंग स्टेशनों की स्थापना, पीएनजी में हरित हाइड्रोजन सम्मिश्रण हरित ऊर्जा भंडारण की संकल्पना के उद्देश्य से देश की पहली पायलट परियोजना की प्रारंभिक पृष्ठभूमि में काफी महत्वपूर्ण है।

यह देश में पहली व्यावसायिक स्तर की हरित अमोनिया और हरित मेथेनॉल परियोजना होगी तथा आत्मनिर्भर भारत के लिए प्रधानमंत्री द्वारा निर्धारित किये गए दृष्टिकोण के अनुरूप होगी।

एनटीपीसी भारत की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादक कंपनी है और इसका मुख्य व्यवसायिक कार्य 69 गीगावॉट (संयुक्त उद्यम एवं सहायक कंपनियों सहित) की कुल स्थापित क्षमता के साथ बिजली उत्पादन करना है। इसके नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो को बढ़ाने के हिस्से के रूप में 7 अक्टूबर 2020 को एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी का गठन किया गया है, जिसे "एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड" (एनटीपीसी आरईएल) के नाम से जाना जाता है। यह कंपनी हरित हाइड्रोजन, ऊर्जा भंडारण प्रौद्योगिकियों और चौबीसों घंटे नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में व्यापार सहित अक्षय ऊर्जा पार्क एवं  परियोजनाएं शुरू करेगी। 

गुजरात अल्कलीज एंड केमिकल्स लिमिटेड (जीएसीएल), मार्च 1973 में निगमित राज्य के स्वामित्व वाली रासायनिक निर्माण इकाई है। जीएसीएल भारत में कास्टिक सोडा के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है, जिसके दो परिसरों दाहेज और वडोदरा में 1400 टीपीडी से अधिक की उत्पादन क्षमता है। जीएसीएल की अपनी सहायक कंपनी जीएसीएल-नाल्को अल्कलीज एंड केमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड (जीएनएएल) है, जो दहेज में 130 मेगावाट थर्मल पावर प्लांट (कोयला आधारित) के साथ मिलकर 800 टीपीडी कास्टिक सोडा प्लांट लगा रही है।

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