औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर की पारेषण क्षमता में वृद्धि
10.11 करोड की लागत से स्थापित किया 160 एमव्हीए का अतिरिक्त टांसफार्मर
भोपाल-स्पेशल इकॉनामिक जोन के अंतर्गत भारत में सर्वप्रथम विकसित पीथमपुर औधोगिक क्षेत्र के लिये मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी ने अपनी पारेषण क्षमता में वृद्धि की है। मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक इंजी. सुनील तिवारी ने बताया कि पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में अगले कुछ समय के लिये लोड ग्रोथ का आंकलन कर मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी ने स्वतः संज्ञान लेते हुए 220 के.व्ही. सबस्टेशन पीथमपुर सेक्टर-1 में 10 करोड़ 11 लाख रूपये की अनुमानित लागत से 160 एमव्हीए क्षमता का अतिरिक्त पावर ट्रांसफार्मर स्थापित कर ऊर्जीकृत किया है। इस ट्रांसफार्मर के ऊर्जीकृत होने से 220 के.व्ही. सबस्टेशन पीथमपुर सेक्टर-1 की ट्रांसफार्मेशन केपेसिटी बढ़कर 220 के.व्ही. साइड 320 एमव्हीए की हो गई है।
पीथमपुर में अति उच्चदाब के 4 सबस्टेशनों से होती है विद्युत आपूर्ति
मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध संचालक इंजी. सुनील तिवारी ने बताया कि पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र 2002 में 1038 हैक्टेयर क्षेत्र में प्रारंभ हुआ था। उस समय इस औद्योगिक क्षेत्र में 2 अति उच्चदाब सबस्टेशन थे। इसमें 220 के़.व्ही. का एक तथा 132 के.व्ही. का एक सबस्टेशन था। क्षेत्र की ट्रांसफार्मेशन क्षमता 220 के.व्ही. साइड 160 एमव्हीए तथा 132 के.व्ही. साइड की 100 एम़व्हीए की थी। वर्तमान में पीथमपुर में मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी एक 400 के.व्ही. के सबस्टेशन, 220 के.व्ही. के दो सबस्टेशन (जिसमें दो 132 के.व्ही. नेटवर्क भी शामिल है) तथा 132 के.व्ही. के एक सबस्टेशन से पीथमपुर औधोगिक क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति करती है।
अति उच्चदाब के 361 उपभोक्ताओं को की जाती है विद्युत आपूर्ति
मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में अपने अति उच्चदाब सबस्टेशनों से 132 के.व्ही. के 5 अति उच्चदाब उपभोक्ताओं तथा 33 के.व्ही. के 356 अति उच्चदाब उपभोक्ताओं को कुल 31 फीडरों से सतत् एवं गुणवत्ता पूर्ण विद्युत आपूर्ति निर्धारित वोल्टेज स्तर पर करती है। उल्लेखनीय है कि पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र के किसी भी अति उच्चदाब उपभोक्ता को आज तक वोल्टेज स्तर को लेकर कोई शिकायत नहीं आई है।
कुल क्षमता बढ़कर हुई 2074 एमव्हीए
औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर की कुल स्थापित ट्रांसफार्मेशन क्षमता अब बढ़कर 2074 एम.व्ही.ए. की हो गई है। इसमें 400 के.व्ही. साइड 945 एमव्हीए, 220 के.व्ही. साइड 800 एमव्हीए तथा 132 के.व्ही. साइड 329 एमव्हीए है।