चार राज्यों की सीमा से सटे यूपी के सोनभद्र जिले में काम्बिंग का दौर जारी
सोनभद्र,20 सितंबर 2022-नक्सल प्रभावित झारखंड के गढ़वा,बिहार के कैमूर,छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जैसे नक्सल प्रभावित जनपदों सहित मध्यप्रदेश के सिंगरौली जनपद की सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपद को नक्सल प्रभाव से दूर रखना बड़ी चुनौती रही है।
पिछले डेढ़ दशक के दौरान सोनभद्र के दुर्गम हिस्सों में पुलिस की काम्बिंग ने नक्सल उन्मूलन में सबसे बड़ी भूमिका निभायी है। पुलिस की काम्बिंग ने जहाँ दुर्गम इलाकों के ग्रामीणों को मुख्यधारा से जुड़ने में मदद की है वहीँ उन्हें 'प्रशासन' शब्द के मायने भी बताये हैं। पुलिस काम्बिंग की निरंतरता ने ही देश के सबसे पिछड़े जनपदों में शुमार सोनभद्र से नक्सल को लुप्तता के कगार पर ला दिया है।
सोनभद्र से हमारे संवाददाता भूपेंद्र सिंह के अनुसार जनपद के दक्षिणी पश्चिमी हिस्से में मौजूद जुगैल थाना क्षेत्र के नेवारी में पुलिस द्वारा सघन कांबिंग की गयी।यह काम्बिंग नक्सली संचरण पर प्रभावी रोकथाम रखने, दुरस्त व पहाड़ी क्षेत्रों के निवासियों से समन्वय स्थापित रखने व जनता में सुरक्षा की भावना बनाये रखने एवं अभिसूचना संकलन के उद्देश्य से की गयी।
ओबरा क्षेत्राधिकारी शंकर प्रसाद के नेतृत्व में जुगैल पुलिस द्वारा मय पीएसी बल ग्राम नेवारी के महम, सरैहवा आदि टोलों में कांबिंग की गयी। काम्बिंग के दौरान स्थानीय ग्रामीण लोगों से वार्ता कर उन्हें मुख्यधारा में रह कर पुलिस का सहयोग करने व किसी तरह की संदिग्ध गतिविधि दिखने या नक्सली संचरण के विषय में जानकारी होने पर तत्काल पुलिस एवं स्थानीय प्रशासन को सूचना कराने हेतु प्रेरित किया गया।काम्बिंग के दौरान जुगैल थानाध्यक्ष आशीष पटेल मौजूद रहे।