फ्लाई ऐश की ईट से निर्मित हो रहा मॉडल थाना

फ्लाई ऐश की ईट से निर्मित हो रहा मॉडल थाना

फोटो-ओबरा सेक्टर आठ में निर्माणाधीन मॉडल थाने की बिल्डिंग

सोनभद्र -निर्माणाधीन ओबरा सी के जद में आये ओबरा थाने को पूरी तरह गिराया जाना है। अभी तक थाने में मौजूद आवासीय हिस्से को गिराया जा चुका है। थाना परिसर जिस स्थान पर है वहां ओबरा सी का कोल यार्ड बनाया जाना है। जिसके बाद थाना परिसर को पूरी तरह ओबरा सी का निर्माण कर रही कोरियन कम्पनी को हस्तगत किया जाएगा। कोल यार्ड के विभिन्न हिस्सों के काम में तेजी है। कोल यार्ड के तहत रेलवे ट्रैक का कार्य जारी है। उधर नए ओबरा थाना परिसर का निर्माण जारी है। केंद्रीय पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के निर्देश पर थाने का निर्माण फ्लाई ऐश से बनाये गयी ईटों से किया जा रहा है। अगले छह माह में थाने के पूरी तरह निर्मित होने की संभावना है।
कालोनी के सेक्टर आठ में आकाशवाणी केंद्र के पास थाने का निर्माण चल रहा है।फिलहाल 60 फीसद से ज्यादा कार्य पूरा हो चुका है। निर्माणाधीन मॉडल थाने का निर्माण इलाहाबाद हेड क्वार्टर से आए नक्शे के आधार पर किया जा रहा है। इसके तहत थाना परिसर में कुल 20 कमरे के साथ दो बड़े हाल,मेसरूम, कार्यालय लाबी, वेटिंग रूम,कैंटीन, मालखाना,टॉयलेट आदि का निर्माण किया जा रहा है। 
 
नए थाने के निर्माण में रही कई बाधाएं 
नए ओबरा मॉडल थाने के निर्माण में पिछले चार वर्षों के दौरान कई पेंच फंसा।थाने के लिए जगह नहीं मिल पाने के कारण वर्ष 2017 में हुए टेंडर में चयनित फर्म द्वारा देरी की वजह से उक्त कार्य को छोड़ दिया था।थाने के निर्माण के लिए चयनित हो रही भूमि का बार बार विरोध होने से निर्माण की प्रक्रिया में तीन वर्ष की देरी हुयी।जबकि लगभग साढ़े तीन करोड़ के लागत वाली योजना के लिए निविदा प्रक्रिया काफी पहले ही पूरी कर ली गयी थी।सबसे पहले वर्ष 2017 में थाने का निर्माण ओबरा पीजी कालेज परिसर में करने का निर्णय लिया गया।लेकिन कालेज के छात्रों के भारी विरोध के कारण 20 फरवरी 2018 को यह निर्णय वापस लेना पड़ा।
उसके बाद पीजी कालेज के समक्ष स्थित भूमि पर इसे बनाने का प्रयास किया गया,लेकिन यहाँ भी विधुत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के विरोध की वजह से थाने का निर्माण पुनः टल गया।उसके बाद सेक्टर आठ स्थित आकाशवाणी ग्राउंड में थाने के निर्माण का प्रयास किया गया लेकिन यहाँ भी भारी विरोध का सामना करना पड़ा। उसके बाद जून 2019 में तत्कालीन जिलाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद आकाशवाणी केंद्र के बगल में थाने के निर्माण की योजना बनी। 
 
केंद्रीय पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के निर्देश पर फ्लाई ऐश से बने ईट का प्रयोग बढ़ाया गया है। ओबरा सी के तमाम हिस्सों के साथ निर्माणाधीन ओबरा थाने का निर्माण भी फ्लाई ऐश से बने ईट से किया जा रहा है।ओबरा सी के कोल यार्ड के निर्माण के लिए जगह की आवश्यकता को देखते हुए थाने का जल्द से जल्द निर्माण पूरा किया जा रहा है। 
इ.राजीव कुमार,अधीक्षण अभियंता,ओबरा सी   
 
 

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