भारतीय वैज्ञानिकों ने बनाया अनोखा बायोडिग्रेडेबल वॉटर प्यूरीफायर

AI, सूर्य की रोशनी और कंपन से मिलेगा साफ पानी

भारतीय वैज्ञानिकों ने बनाया अनोखा बायोडिग्रेडेबल वॉटर प्यूरीफायर
यह चित्र BiFeO₃ लेपित 3D-मुद्रित पीएलए सब्सट्रेट के सूर्य के प्रकाश से सक्रिय पीजो-फोटोकैटेलिसिस को दर्शाता है, जो पर्यावरणीय उपचार के लिए टिकाऊ सौर ऊर्जा, उन्नत कटैलिसीस और पूर्वानुमानित मशीन लर्निंग के शक्तिशाली संयोजन का उपयोग करके डाई को प्रभावी ढंग से विघटित करता है।

जल्द ही एक ऐसा समय सकता है जब गंदे पानी को शुद्ध करने के लिए भारी-भरकम मशीनों या महंगे रसायनों की आवश्यकता नहीं होगी। अब एक छोटी, सस्ती और स्मार्ट प्रणाली जो सूर्य की रोशनी, कंपन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की मदद से काम करती है गंदे औद्योगिक पानी को साफ कर सकती है।

भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) के तहत मोहाली स्थित नैनो विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (INST) के वैज्ञानिकों ने ऐसा एक 3D प्रिंटेड बायोडिग्रेडेबल जल फिल्टर विकसित किया है, जो औद्योगिक अपशिष्टों में पाए जाने वाले कांगो रेड और मेथिलीन ब्लू जैसे खतरनाक रंगों को नष्ट करने में सक्षम है।

कैसे काम करता है यह सिस्टम?

यह नवाचार दो प्रमुख तकनीकों पर आधारित है-

पीजो-फोटोकैटेलिसिस (Piezo-Photocatalysis): इसमें सूर्य की रोशनी और हल्की कंपन (जैसे पानी की हलचल या हवा के झोंके) से उत्प्रेरक (BiFeO₃) सक्रिय होता है और जल में उपस्थित रंगों/प्रदूषकों को तोड़ता है।

AI आधारित मशीन लर्निंग: वैज्ञानिकों ने आर्टिफिशियल न्यूरल नेटवर्क (ANN) का उपयोग करके सिस्टम के प्रदर्शन का पूर्वानुमान लगाया। इसका सटीकता स्कोर 99% तक रहा।

क्या है इसमें नया?

PLA (Polylactic Acid) से बना यह 3D प्रिंटेड ढांचा केवल पर्यावरण के लिए सुरक्षित है, बल्कि पूरी तरह बायोडिग्रेडेबल भी है।पारंपरिक रसायनों और भारी मशीनों की जगह यह सिस्टम केवल सूर्य की ऊर्जा और हल्की कंपन से चलता है।यह तकनीक दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों या औद्योगिक क्षेत्रों में कम लागत और अधिक प्रभाव के साथ पानी की सफाई सुनिश्चित कर सकती है।

उपलब्धियाँ और आंकड़े:

98.9% तक कांगो रेड डाई को हटाने में सफलता

74.3% तक मेथिलीन ब्लू का सफाया

न्यूनतम ऊर्जा उपयोग, कोई रासायनिक अपशिष्ट नहीं

क्लाउडी मौसम में भी प्रभावीकंपन से निरंतर काम करता है

भविष्य की संभावनाएं

यह तकनीक औद्योगिक अपशिष्ट जल, ग्रामीण पीने के जल स्रोत, और आपातकालीन जल सफाई में उपयोग की जा सकती है। इसके साथ ही, वॉटर ATM, रूरल क्लीन वाटर स्टेशन्स, और स्मार्ट फिल्ट्रेशन यूनिट्स में भी इसके अनुकूलन की संभावना है।

यह अभिनव समाधान केवल विज्ञान की सफलता है, बल्कि यह जल संकट से जूझ रहे विश्व के लिए एक आशा की किरण भी है। जब पारंपरिक तकनीकें प्रदूषण से लड़ने में विफल हो रही हों, तब यह सौर ऊर्जा, कंपन और AI का मिश्रण सिर्फ जल को शुद्ध कर रहा है बल्कि प्रकृति के साथ तालमेल भी बना रहा है। (PIB)

 

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