अडानी समूह खवड़ा में बना रहा दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा पार्क
2030 तक 100 गीगावॉट क्षमता का लक्ष्य
भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी की अगुवाई वाला अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) गुजरात के खवड़ा में दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा पार्क बना रहा है। कंपनी का लक्ष्य है कि वह वर्ष 2030 तक 100 गीगावॉट स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन की क्षमता हासिल कर ले।
अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी ने वार्षिक आमसभा (AGM) के दौरान इस महत्वाकांक्षी परियोजना की जानकारी दी। उन्होंने कहा, "हम खवड़ा में जो परियोजना बना रहे हैं, वह एक चमत्कार है। यह विश्व का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी पार्क होगा, जहां एक तरफ रण का रेगिस्तान है और दूसरी तरफ पाकिस्तान की सीमा।"
क्या खास है खवड़ा प्रोजेक्ट में?
यह सिंगल-साइट रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट दुनिया में अपनी तरह का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट होगा।अब तक 2 गीगावॉट से अधिक क्षमता को चालू किया जा चुका है। 2029-30 तक 100 गीगावॉट का लक्ष्य रखा गया है, जो देश के ऊर्जा क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकता है।
भारत की ऊर्जा सुरक्षा की दिशा में कदम
गौतम अडानी ने कहा कि यह परियोजना भारत को स्वच्छ ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने यह भी बताया कि अडानी ग्रीन वर्तमान में 11,000 से अधिक मेगावॉट की परिचालन क्षमता के साथ भारत की सबसे बड़ी और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी रिन्यूएबल कंपनी है।
सामरिक और पर्यावरणीय महत्व
खवड़ा प्रोजेक्ट केवल तकनीकी और औद्योगिक उपलब्धि ही नहीं, बल्कि यह भारत की सीमाओं के पास ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देकर सामरिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है। साथ ही, यह प्रोजेक्ट भारत की नेट-ज़ीरो लक्ष्य की दिशा में योगदान देगा।