अवसर पैदा करने के लिए हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड के साथ करार
नई दिल्ली,3 अगस्त- युवाओं के बीच नवाचार, कल्पना और सक्रियता की संस्कृति को विकसित करने के एक प्रयास के तहत, राष्ट्रीय उद्यमशीलता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान (निस्बड) और हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) ने युवाओं के बीच उद्यमशीलता कौशल विकसित करने और आपसी सहयोग के अन्य पहलुओं की पहचान करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह गठबंधन रोजगार सृजन की प्रक्रिया को गति देगा और देश में अति सूक्ष्म एवं सूक्ष्म स्तर पर उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए आजीविका के निरंतर अवसर पैदा करेगा।
इस समझौता ज्ञापन पर निस्बड की निदेशक डॉ. पूनम सिन्हा और कनिका पाल, दक्षिण एशिया प्रमुख - सामुदायिक निवेश एवं स्थिरता कार्यक्रम द्वारा कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के सचिव राजेश अग्रवाल, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) में संयुक्त सचिव अनुराधा वेमुरी, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) में संयुक्त सचिव तथा निस्बड के महानिदेशक कृष्ण कुमार द्विवेदी और एचयूएल में मानव संसाधन विभाग की कार्यकारी निदेशक अनुराधा राजदान की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए।
इस साझेदारी के तहत, दोनों संस्थाएं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने, पाठ्यक्रम विकसित करने, क्लस्टर विकास गतिविधियों को शुरू करने, कार्यशालाओं का आयोजन करने और इन्क्यूबेशन सहायता प्रदान करने, उद्योग के साथ लिंकेज प्रदान करने, उपयुक्त वेतन वाले रोजगार के साथ जुड़ने में प्रशिक्षुओं की सहायता करने आदि के लिए आपस में सहयोग करेंगी।
एचयूएल आजीविका संवर्धन के लिए कौशल अधिग्रहण और ज्ञान जागरूकता (संकल्प) परियोजना को सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से निस्बड को 63,00,000 रुपये का योगदान भी दे रहा है, जिसका उद्देश्य उद्यमशीलता से जुड़े इकोसिस्टम को मजबूत करना, बेहतर बाजार कनेक्टिविटी लाना और समाज के हाशिए के वर्गों का समावेशन करना है।