प्रथम ईयू-इंडिया ग्रीन हाइड्रोजन फोरम 2022 का हुआ आयोजन
By संजय यादव
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नई दिल्ली,8 सितंबर 2022- विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री, आरके सिंह ने आज चाणक्यपुरी, नई दिल्ली में प्रथम ईयू-इंडिया ग्रीन हाइड्रोजन फोरम 2022 में मुख्य वक्ता के तौर पर सम्बोधित किया।कार्यक्रम को यूरोपियन संघ की ऊर्जा आयुक्त कादरी सिमसन ने भी सम्बोधित किया।
भारत के प्रति व्यक्ति उत्सर्जन पर जोर देते हुए बताया कि यह पूरी दुनिया में सबसे कम है। यानी विश्व औसत का 1/3 और सीओ 2 उत्सर्जन में भारत का योगदान केवल 3.4% है, जबकि हमारी आबादी दुनिया की आबादी का लगभग 17.7 फीसदी है।
उन्होंने किसी भी बड़ी अर्थव्यवस्था की तुलना में तेजी से ऊर्जा संक्रमण के बारे में बात की और टिप्पणी की कि हमने अपने एनडीसी में प्रतिज्ञा की थी कि हमारी क्षमता का 40% गैर-जीवाश्म ईंधन से आएगा जिसे हमने 9 साल पहले हासिल किया था, और अब, हमारे पास है हमारी महत्वाकांक्षा को 50% क्षमता तक बढ़ा दिया।
विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के भारत के लक्ष्य पर जोर देते हुए, मंत्री ने माना कि ऊर्जा की खपत में वृद्धि अपरिहार्य है। इसे प्राप्त करने के लिए कहा कि हम अपनी अक्षय क्षमता को तीव्र गति से बढ़ा रहे हैं क्योंकि सरकारी वातावरण आस्था का विषय है।
भारत दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे खुला बाजार है। हमारा लक्ष्य न्यूनतम मूल्य पर हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करते हुए पूर्ण पारदर्शिता और अधिकतम क्षमता के साथ इसका निर्माण करना है।
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