संसाधन पर्याप्तता पर आयोजित हुयी राष्ट्रीय कार्यशाला

संसाधन पर्याप्तता पर आयोजित हुयी राष्ट्रीय कार्यशाला

नई दिल्ली,22 सितंबर 2022-विद्युत और भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुजर ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण, विद्युत मंत्रालय द्वारा आयोजित "संसाधन पर्याप्तता- आवश्यकता और आगे का रास्ता" पर एक कार्यशाला का उद्घाटन किया। विद्युत मंत्रालय के सचिव आलोक कुमार और घनश्याम प्रसाद, अध्यक्ष, केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।

कार्यशाला का उद्देश्य विभिन्न हितधारकों को बिजली क्षेत्र में संसाधन पर्याप्तता की अवधारणा से परिचित कराना था। कार्यशाला में विद्युत मंत्रालय, राज्य विद्युत नियामक आयोगों, राज्य सरकारों, वितरण उपयोगिताओं, विद्युत मंत्रालय के तहत सीपीएसयू और विभिन्न सरकारी अधिकारियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

श्री गुजर ने उपभोक्ताओं को सस्ती दर पर 24X7 विश्वसनीय और सुरक्षित बिजली आपूर्ति के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने विभिन्न वितरण उपयोगिताओं के लिए संसाधन पर्याप्तता योजना को लागू करने के लिए मसौदा दिशानिर्देश तैयार करने के लिए सीईए को बधाई दी।

FdQgv52akAAPlqQ

संसाधन पर्याप्तता योजनाओं की आवश्यकता और संसाधन पर्याप्तता योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए प्रस्तावित दिशा-निर्देशों सहित मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। यह योजना राज्य वितरण कंपनियों के लिए उत्पादन क्षमता के इष्टतम उपयोग, बिजली की मांग से जुड़ी विविधता का उपयोग करने और विभिन्न राज्यों के बीच उत्पादन परिसंपत्तियों को साझा करने के लिए फायदेमंद होगी। यह योजना राज्यों को इष्टतम क्षमता नियोजन और बिजली की खरीद में भी मदद करेगी जिससे उपभोक्ताओं को आपूर्ति की लागत कम हो जाएगी।

पांच राज्यों नामत: मध्य प्रदेश, असम, उड़ीसा, तमिलनाडु और पंजाब के लिए प्रायोगिक अध्ययन किया जा रहा है। इसके अलावा, केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण राज्यों के विद्युत नियामक आयोगों और वितरण उपयोगिताओं के लाभ के लिए क्षेत्रीय कार्यशालाओं का आयोजन करने की भी योजना बना रहा है।

Related Posts

Latest News

अदानी ग्रीन ने रचा इतिहास, अक्षय ऊर्जा क्षमता 15,539 MW के पार अदानी ग्रीन ने रचा इतिहास, अक्षय ऊर्जा क्षमता 15,539 MW के पार
भारत की अग्रणी अक्षय ऊर्जा कंपनी अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए अपनी कुल...
सागौन के पत्तों से बनेगा लेज़र सुरक्षा कवच
बेंगलुरु में देश की सबसे बड़ी BESS विनिर्माण सुविधा का उद्घाटन
स्टेट विजिलेंस की कार्यवाही से बिजलीकर्मियों में उबाल
"जेल भेजो!" फॉर्मेट से गरमाई बिजली राजनीति, संघर्ष समिति की ललकार
वैश्विक जलविद्युत उत्पादन में जोरदार बढ़त, 2024 में 10% की वृद्धि
CRISPR तकनीक से टमाटर, आलू और मिर्च होंगे स्मार्ट
इक्विटी ट्रिक से लूट की तैयारी? 42 जनपदों की विद्युत संपत्तियां खतरे में!
भारतीय वैज्ञानिकों ने बनाया अनोखा बायोडिग्रेडेबल वॉटर प्यूरीफायर
भारतीय रेलवे की साइलो लोडिंग से थर्मल प्लांट में कोयले का रिकॉर्ड स्टॉक