सशस्त्र बलों में सामूहिक रूप से आगे एकीकरण की आवश्यकता- रक्षा मंत्री

सशस्त्र बलों में सामूहिक रूप से आगे एकीकरण की आवश्यकता- रक्षा मंत्री

नई दिल्ली,3 नवंबर 2022-नौसेना कमांडरों का द्वि-वार्षिक सम्मेलन दिनांक 03 नवंबर 2022 को संपन्न हुआ । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 02 नवंबर 2022 को नौसेना कमांडरों के सम्मेलन के दौरान भारतीय नौसेना के वरिष्ठ नेतृत्व के साथ बातचीत की । उन्होंने सम्मेलन से इतर एक तकनीकी प्रदर्शन देखा । उन्होंने हाल के वर्षों में स्वदेशीकरण और नवाचार की दिशा किए गए प्रयासों के लिए नौसेना की सराहना की, साथ ही नौसेना कमांडरों से समुद्री क्षेत्र में उभरती चुनौतियों पर प्रभावी ढंग से काबू पाने के लिए भविष्य की क्षमता विकास पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया ।

रक्षा मंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा और समृद्धि के लिए सुरक्षित समुद्र सुनिश्चित करने की दिशा में उच्च स्तरीय अभियानगत गति बनाए रखने के लिए नौसेना की भी सराहना की । उन्होंने आईएनएस विक्रांत, जो भारत का पहला स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित विमान वाहक है, की सफलतापूर्वक कमीशनिंग करने के लिए और हमारे औपनिवेशिक अतीत को मिटाने वाला नया नेवल इनसाइन अपनाने के लिए नौसेना को बधाई दी ।

रक्षा मंत्री के विचारों के अनुरूप, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने, पदभार ग्रहण करने के बाद से नौसेना कमांडरों को अपने पहले संबोधन में, ऑपरेशनल तैयारी, आत्मनिर्भर भारत और भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा अनिवार्यताओं को पूरा करने के लिए सशस्त्र बलों में सामूहिक रूप से आगे एकीकरण की आवश्यकता को दोहराया । थल सेना प्रमुख, वायु सेना प्रमुख और चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ टू द चेयरमैन चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी (सीआईएससी) ने भी नौसेना कमांडरों के साथ बातचीत की और मौजूदा सुरक्षा वातावरण को देखते हुए सेना के तीनों अंगों के बीच तालमेल और तत्परता को और बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की ।

सम्मेलन ने नौसेना कमांडरों को सैन्य सामरिक स्तर पर महत्वपूर्ण समुद्री मामलों पर आत्मनिरीक्षण करने का अवसर प्रदान किया । सम्मेलन के दौरान नौसेना कमांडरों ने सामरिक मुद्दों पर विभिन्न 'थिंक टैंक' के साथ भी बातचीत की ।

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