आरटी-पीसीआर अभिकर्मकों को विकसित करना है जिनका कमरे के सामान्य तापमान पर भंडारण और परिवहन किया जा सकता है

आरटी-पीसीआर अभिकर्मकों को विकसित करना है जिनका कमरे के सामान्य तापमान पर भंडारण और परिवहन किया जा सकता है

नई दिल्ली,29 मार्च 2023-आणविक जीव विज्ञान ने उपचार के तौर- तरीकों को सरल बनाने के लिए तेजी से और समय पर निदान प्रदान करके स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में क्रांति ला दी है। आणविक निदान की उच्च मांग मुख्य रूप से कैंसर, संक्रामक रोगों, मधुमेह और तंत्रिका संबंधी विकारों जैसे जानलेवा रोगों की घटनाओं में वृद्धि से प्रेरित है। आणविक निदान को इस प्रकार जीनोमिक वेरिएंट की पहचान के रूप में संदर्भित किया जाता है, जिसका उद्देश्य चिकित्सा के लिए पहचान, निदान, उप वर्गीकरण, पूर्वानुमान और निगरानी प्रतिक्रिया को सुविधाजनक बनाना है। रीयल टाइम आरटी-पीसीआर एक ऐसी प्लेटफॉर्म प्रौद्योगिकी है जिसका उपयोग डीएनए और आरएनए के प्रवर्धन और वास्तविक समय के आधार पर उनका पता लगाने में किया जाता है।

भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत एक सांविधिक निकाय प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड ने' सामान्य कमरे के तापमान पर भंडारण और परिवहन के लिए रैपिड रियल टाइम पीसीआर अभिकर्मकों ( रिएजेन्ट्स ) के प्रमाणीकरण और व्यावसायीकरण' के लिए मैसर्स हुवेल लाइफसाइंसेस प्राइवेट लिमिटेड, तेलंगाना के साथ समझौता किया है । बोर्ड ने आज ₹40 करोड़ की कुल परियोजना लागत में से ₹15 करोड़ के समर्थन को अपनी स्वीकृति दी है।

महामारी कोविड-19 ने आणविक परीक्षण के परिदृश्य को बदल दिया है। आरटी-पीसीआर विश्व स्तर पर कोविड-19 परीक्षण के लिए एक प्रकार से स्वर्ण मानक रहा है और आरटी-पीसीआर मशीन भारत में जिला स्तर के अस्पतालों में पहुंच गई है। चूंकि कोविड परीक्षण का कार्य भार फ़िलहाल बहुत कम हो गया है, इसलिए इन मशीनों का उपयोग अब कोविड के अलावा विभिन्न संक्रमणों, कैंसर और आनुवंशिक रोगों की जांच में किया जा सकता है। हालांकि, वर्तमान आरटी-पीसीआर अभिकर्मकों को उप-शून्य (-20) तापमान पर ले जाने और संग्रहीत करने की आवश्यकता है। हमारे देश की विविध जलवायु और सामाजिक-आर्थिक स्थितियों के कारण, टियर 2 और टियर 3 शहरों में परिवहन और भंडारण के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। ड्राई आइस शिपिंग की लागत और अनुचित भंडारण रोग निदान के लिए आरटी-पीसीआर परीक्षण के कार्यान्वयन में बाधा उत्पन्न कर रहा है।

उपरोक्त कठिनाई को दूर करने के लिए, प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड ( टीडीबी ) ने तेलंगाना की एक कंपनी मैसर्स ह्यूवेल लाइफसाइंसेस को वित्तीय सहायता दी है, जिसने निम्नलिखित विशिष्टताओं के साथ एक कमरे के सामान्य तापमान स्थिर आरटी-पीसीआर अभिकर्मकों को विकसित किया है :

1. रैपिड आरटी पीसीआर 30-35 मिनट में पूरा हुआ।

2. हिम शुष्कित ( लाइओफ़िलाइज्ड ) , कमरे के तापमान पर स्थिर

( क ) कमरे के सामान्य तापमान पर संग्रहित

( ख ) कमरे के सामान्य तापमान पर स्थानांतरित किया गया


3. उचित लागत वाला

4. प्रयोग करने में सुगमता

5. संवेदनशील

6. अत्यधिक विशिष्ट

7. क्षेत्र परीक्षण के लिए उपयुक्त

8. अनेक रोगों के लिए एकल परीक्षण ( मल्टीप्लेक्स )

9. किसी भी खुले प्लेटफॉर्म वाली आरटी- पीसीआर मशीनों पर इनका परीक्षण किया जा सकता है


इसके अलावा, इस किट में बाजार के लिए व्यापक संभावनाएं हैं क्योंकि यह टियर 2 और टियर 3 शहरों के बाजारों में अपने लिए बड़े हिस्से को खोल सकने के साथ ही परिवहन में आने वाली लागत को बहुत कम कर सकती है। परियोजना के अंतर्गत, कंपनी का लक्ष्य घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार दोनों के लिए ऐसे अभिकर्मकों का उपयोग करके कमरे के तापमान पर स्थिर पीसीआर अभिकर्मकों और आरटी पीसीआर किट का उत्पादन करने के लिए एक वर्तमान उपयुक्त विनिर्माण प्रथाओं ( करेंट गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिसेज – सीजीएमपी ) की विनिर्माण सुविधा स्थापित करना है ।


मैसर्स हुवेल लाइफसाइंसेज प्रा. लि. की स्थापना फरवरी 2015 में एक उच्च-कोटि आणविक निदान किट ( हाई-एंड मॉलिक्यूलर डायग्नोस्टिक्स किट ) निर्माता के रूप में की गई थी, जो संदर्भ ( रेफेरेंस ) प्रयोगशालाओं और अस्पतालों को चिकित्सकों को विश्वसनीय और उच्च-गुणवत्ता वाली नैदानिक ( डायग्नोस्टिक ) सेवाएं प्रदान करने में सक्षम बनाती है । विकसित उत्पादों और उपलब्ध विशेषज्ञता के आधार पर, कंपनी संक्रमण और कैंसर का पता लगाने और मात्रा निर्धारित करने के लिए रैपिड रीयल टाइम पीसीआर आधारित कक्ष के सामान्य तापमान स्थिर किट का निर्माण और व्यावसायीकरण करने का प्रस्ताव करती है ।

आईपी एंड टीएएफएस, प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड ( टीडीपी ) के सचिव राजेश कुमार पाठक ने इस अवसर पर कहा कि, " टीडीबी में हमारा दृष्टिकोण हमेशा उन तकनीकों का समर्थन करने का रहा है, जो लागत प्रभावी तरीके से मौजूदा प्रक्रिया में ऐसे सुधार करने की क्षमता रखती हैं, जिससे यह जन सामान्य के लिए अधिक सुलभ हो सकें। मैसर्स ह्यूवेल लाइफसाइंसेज एक समान नवाचार के साथ आया है जिसमें उप-शून्य ( -20 डिग्री ) तापमान पर वर्तमान आरटी- पीसीआर अभिकर्मकों ( रिएजेन्ट्स ) के परिवहन और भंडारण की वर्तमान प्रथा को कमरे के सामान्य तापमान में बदलने की क्षमता है जिससे यह उचित प्रभावी और टियर 2 एवं 3 शहरों में जनता के लिए उचित लागत वाला एवं सुलभता से मिल सकने वाला बन जाता है। मैं कंपनी के लिए और अधिक सफलता की कामना करता हूं "

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