ओबरा सी की पहली इकाई ग्रिड से जुडी
नई दिल्ली/ओबरा-उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपद में मौजूद निर्माणाधीन ओबरा सी तापीय परियोजना की 660 मेगावाट वाली पहली इकाई को ग्रिड से जोड़ दिया गया है। 25 अगस्त रात 8.32 बजे परियोजना के अभियंताओं ने इकाई को ग्रिड से जोड़ दिया। प्रदेश के बिजली उत्पादन के लिहाज से इसे महत्वपूर्ण क्षण माना जा रहा है। शुक्रवार देर रात जब इकाई से 100 मेगावाट से ज्यादा उत्पादन हुआ तो अभियंताओं सहित कोरियन कंपनी दुसान पावर के अधिकारियों में हर्ष व्याप्त हो गया।
इस बीच लखनऊ से भी ऊर्जा मंत्रालय की निगाहें पूरे घटनाक्रम पर लगी हुयी थी।फिलहाल कई महत्वपूर्ण तकनीकी हिस्सों का निर्माण पूरा हुए ही पहली इकाई से उत्पादन किया जा रहा है। खासकर रेल यार्ड के साथ कोल हैंडलिंग प्लांट का निर्माण अभी भी पूरा नहीं हुआ है। जिसके कारण वैकल्पिक तौर पर सड़क मार्ग से कोयला मंगाकर बंद पड़े अ ताप घर के कोल हैंडलिंग प्लांट का उपयोग किया जा रहा है। सड़क मार्ग से कोयला आपूर्ति के लिए ट्रांसपोर्टेशन पर 12.5 करोड़ प्रतिमाह खर्च किया जा रहा है।अभी तक पहली इकाई से उत्पादन में लगभग दो वर्ष की देरी हो चुकी है। पहली इकाई से अक्टूबर 2021 से उत्पादन होना था ,साथ ही दूसरी इकाई से अप्रैल 2022 से उत्पादन किया जाना था।
महत्वपूर्ण तथ्य
ओबरा सी विवरण- कुल क्षमता-1320 मेगावाट
इकाई संख्या-660 मेगावाट की दो इकाइयां
पर्यावरण स्वीकृति-एक अप्रैल 2016
शिलान्यास-23 दिसंबर 2016
लागत-10400 करोड़
निर्माता-दुसान पावर इंडिया सिस्टम (दक्षिण कोरिया )