खनन में हरित भविष्य की दिशा में भारत
आईएनसी-डब्ल्यूएमसी सम्मेलन का भव्य समापन
हैदराबाद में आयोजित विश्व खनन कांग्रेस की भारतीय राष्ट्रीय समिति (INC-WMC) के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आज भव्य और सफल समापन हुआ। सम्मेलन का मुख्य विषय था – ‘सर्वोत्तम खदान बंद करने की प्रथाओं के माध्यम से टिकाऊ और जिम्मेदार खनन’, जिसमें भारत और विदेश के नीति-निर्माता, उद्योग जगत के प्रतिनिधि, पर्यावरणविद, शिक्षाविद और अनेक विशेषज्ञों ने भाग लिया।
इस महत्वपूर्ण आयोजन की शोभा केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने बढ़ाई। उन्होंने खनन क्षेत्र के लिए हरित, सुरक्षित और सतत भविष्य की अपनी प्रेरक दृष्टि प्रस्तुत की और जिम्मेदार खनन प्रक्रियाओं के प्रति सरकार की गहरी प्रतिबद्धता को दोहराया।
खन मंत्रालय के सचिव एवं INC-WMC के सह-अध्यक्ष वी.एल. कांथा राव, कोल इंडिया के चेयरमैन एवं सदस्य सचिव पी.एम. प्रसाद तथा अतिरिक्त सचिव सुश्री रूपिंदर बरार की उपस्थिति और मार्गदर्शन ने सम्मेलन को विशिष्ट दिशा दी।
सम्मेलन की मुख्य उपलब्धियाँ
मिशन ग्रीन बुकलेट का विमोचन
कॉपर और एल्युमीनियम पर दूरदृष्टि दस्तावेज
रिक्लेम फ्रेमवर्क का अनावरण
सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम (SWCS) के अन्वेषण मॉड्यूल की प्रस्तुति
24वें नेवेली पुस्तक मेले की घोषणा
ये सभी पहलें भारत के खनन क्षेत्र में सुरक्षा, स्थिरता और नवाचार को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में सहायक सिद्ध होंगी।
भागीदारी
इस कार्यक्रम में भारत की प्रमुख कंपनियाँ – कोल इंडिया, एनएलसी इंडिया, टाटा स्टील, अडानी, जिंदल पावर, रिलायंस, हिंडाल्को, एनएमडीसी, एनटीपीसी माइनिंग, हिंदुस्तान कॉपर, बीसीसीएल, डब्ल्यूसीएल, सीसीएल, सीएमपीडीआई, ईसीएल, डीवीसी और अन्य – बड़ी संख्या में शामिल हुईं। इनकी भागीदारी उद्योग जगत की साझा प्रतिबद्धता और जवाबदेह विकास की ओर इंगित करती है।
सम्मेलन का संदेश
यह सम्मेलन ज्ञान साझाकरण, नवाचार और सहयोगात्मक नीति निर्माण के मंच के रूप में उभरा। इसमें प्रस्तुत विचार और समाधान भारत के खनन क्षेत्र को हरित, सुरक्षित और समावेशी भविष्य की दिशा में प्रेरित करेंगे।
आईएनसी-डब्ल्यूएमसी ने सभी विशेषज्ञों, उद्योग प्रतिनिधियों, आयोजकों और मीडिया को उनके समर्थन व समर्पण के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और भारत को टिकाऊ खनन की वैश्विक अगुवाई में अग्रणी बनाने के अपने संकल्प की पुनः पुष्टि की।