उत्तर प्रदेश में 1500 MWh बैटरी ऊर्जा भंडारण परियोजना के लिए SJVN की नीलामी सफल

पटेल इंफ्रास्ट्रक्चर और EnerGrid को मिला ठेका

उत्तर प्रदेश में 1500 MWh बैटरी ऊर्जा भंडारण परियोजना के लिए SJVN की नीलामी सफल

SJVN लिमिटेड ने उत्तर प्रदेश में 375 मेगावाट / 1500 मेगावाट घंटे की स्टैंडअलोन बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (BESS) परियोजना की स्थापना के लिए नीलामी प्रक्रिया को सफलतापूर्वक संपन्न कर लिया है। यह नीलामी व्यवहार्यता अंतर निधि (Viability Gap Funding - VGF) योजना के तहत टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के माध्यम से आयोजित की गई थी।इस परियोजना का उद्देश्य राज्य की ग्रिड स्थिरता को बढ़ाना और ऊर्जा भंडारण क्षमता में सुधार करना है।

दो कंपनियाँ बनीं विजेता

नीलामी में दो पटेल इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और एनरग्रिड (EnerGrid) कंपनियाँ विजेता बनकर सामने आईं। दोनों कंपनियों को बराबर-बराबर क्षमता, यानी 187.5 मेगावाट / 750 मेगावाट घंटे आवंटित की गई है।पटेल इंफ्रास्ट्रक्चर ने ₹3.59 लाख प्रति मेगावाट प्रति माह की दर से बोली लगाई।एनरग्रिड ने ₹3.5999 लाख प्रति मेगावाट प्रति माह की बोली प्रस्तुत की।इस प्रकार, दोनों कंपनियाँ मिलकर कुल 325 मेगावाट / 1500 मेगावाट घंटे की ऊर्जा भंडारण प्रणाली विकसित करेंगी।

परियोजना का ढांचा

SJVN लिमिटेड द्वारा यह टेंडर फरवरी 2025 में जारी किया गया था। परियोजना को बिल्ड-ओन-ऑपरेट (BOO) मॉडल पर विकसित किया जाएगा, जिसकी अवधि 20 वर्ष होगी। इस मॉडल के तहत चयनित डेवलपर्स परियोजना के मालिक होंगे और उसका संचालन करेंगे। विकसित की गई ऊर्जा भंडारण क्षमता को SJVN द्वारा खरीदा जाएगा और उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) को बेचा जाएगा।

निविदा की शर्तें

न्यूनतम बोली क्षमता: 500 मेगावाट घंटे (125 मेगावाट 4 घंटे की अवधि के लिए)

अधिकतम बोली क्षमता: 750 मेगावाट घंटे (187.5 मेगावाट)

कुल निविदा क्षमता: 1500 मेगावाट घंटे

ऊर्जा भंडारण के क्षेत्र में बड़ी पहल

यह परियोजना भारत में बड़े पैमाने पर बैटरी ऊर्जा भंडारण को अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। VGF योजना के माध्यम से सरकारी सहयोग और प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया से परियोजना लागत को कम करने और निजी क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ावा देने का प्रयास किया गया है।

 

Latest News

जेब में फिट होने वाला नया सेंसर बताएगा हवा में ज़हर है या नहीं! जेब में फिट होने वाला नया सेंसर बताएगा हवा में ज़हर है या नहीं!
अब जहरीली हवा की पहचान के लिए किसी भारी-भरकम मशीन की जरूरत नहीं — वैज्ञानिकों ने एक ऐसा नया, छोटा...
भारतीय वैज्ञानिकों ने नैनो तकनीक से बनाई रंग बदलने वाली सामग्री
अब पेंट नहीं, रोशनी से बदलेंगे रंग,भारतीय वैज्ञानिकों की अनोखी खोज
सरकार के विज्ञापन से भड़के बिजली कर्मी
उत्तर प्रदेश में 1500 MWh बैटरी ऊर्जा भंडारण परियोजना के लिए SJVN की नीलामी सफल
बिजली क्षेत्र के सरकारी विज्ञापन ने नई बहस को दिया जन्म
सुरक्षित, स्मार्ट और टिकाऊ गलियारों के लिए राष्ट्रीय नवाचार अभियान की शुरुआत - अजय टम्टा
खनन में हरित भविष्य की दिशा में भारत
टाटा पावर की FY26 Q1 में रिकॉर्ड 45,589 रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन
अदानी ग्रीन ने रचा इतिहास, अक्षय ऊर्जा क्षमता 15,539 MW के पार