2000 टन से ज्यादा होगी प्रतिदिन राख की खपत

एसीसी के सीमेंट प्लांट से राख का बढ़ेगा उपयोग

2000 टन से ज्यादा होगी प्रतिदिन राख की खपत

सोनभद्र -पिछले दो वर्षों से एसीसी सीमेंट कम्पनी द्वारा जनपद में अपना पहला कारखाना खोलने की चल रही कवायद को जल्द मूर्त रूप मिल जायेगा। कोटा ग्राम और पनारी ग्राम पंचायत में फैक्ट्री के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गयी है।बीते शुक्रवार को आयोजित लोक जन सुनवाई में कंपनी प्रतिनिधियों द्वारा फैक्ट्री की स्थापना के लिए अपनी रूपरेखा प्रस्तुत करने के साथ भूमि मालिकों की आपत्ति दर्ज की। वित्त वर्ष 2019-20 की अंतिम छमाही से एसीसी कंपनी सोनभद्र में फैक्ट्री स्थापना की संभावना तलाश रही थी। ओबरा तापीय परियोजना के ऊपर बने फ्लाई ऐश उपयोग को लेकर बढ़े दबाव ने एसीसी को जनपद में फैक्ट्री लगाने में महत्वपूर्ण मदद की।  उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2019-20 की अंतिम तिमाही में फ्लाई एश के शत प्रतिशत उपयोग के लिए एसीसी सीमेंट लिमिटेड के साथ कवायद शुरू की थी। एसीसी द्वारा अभिरुचि की अभिव्यक्ति के माध्यम से दिए गये प्रस्ताव पर निर्णय लेने हेतु सक्षम निविदा को अधिकृत करते हुए ओबरा तापीय परियोजना एवं एसीसी के मध्य उत्सर्जित राख के विक्रय हेतु अनुबंध हस्ताक्षरित किये जाने की अनुमति प्रदान की थी । प्रक्रिया के तहत 2000 टन से ज्यादा फ्लाई ऐश प्रतिदिन एसीसी को आपूर्ति की जायेगी। 

कम दूरी पर प्लांट स्थापना से होगी सहूलियत

एसीसी प्लांट के ओबरा परियोजना से कम दूरी पर स्थापित होने पर इसे राख आपूर्ति में उत्पादन निगम को काफी सहूलियत होगी। पर्यावरण मंत्रालय के नए मानकों के हिसाब से किसी भी कोयला आधारित बिजली घर को स्वयं परिवहन खर्च कर उपभोक्ता को राख पहुंचानी है। नये मानकों ने बिजली घरों के सामने बड़ी आर्थिक समस्या पैदा कर दी है । अगले कुछ वर्षों में ओबरा सी की दो इकाइयों से भी उत्पादन शुरू होने के कारण राख भंडारण की समस्या और बड़ी हो जाएगी । वर्तमान में ईंधन खर्च को देखते हुए फ्लाई ऐश का उपयोग बढ़ाना काफी मुश्किल हो गया है ।इसलिए ओबरा परियोजना प्रशासन नजदीकी राख उपभोक्ता की खोजबीन कर रहा था।  नए मानकों के अनुसार 300 किलोमीटर के दायरे में राष्ट्रीय राजमार्ग सहित अन्य योजनाओं की सड़कों के निर्माण में राख परिवहन का खर्च बिजली घरों को देना है । 


प्रस्तावित एसीसी सीमेंट फैक्ट्री की उत्पादन क्षमता प्रतिवर्ष तीन मिलियन टन है। फैक्ट्री की स्थापना में 600 करोड़ का खर्च होगा। डॉ. एसबी सिंह,प्रोजेक्ट सलाहकार,एसीसी सीमेंट लिमिटेड  

Related Posts

Latest News

अदानी ग्रीन ने रचा इतिहास, अक्षय ऊर्जा क्षमता 15,539 MW के पार अदानी ग्रीन ने रचा इतिहास, अक्षय ऊर्जा क्षमता 15,539 MW के पार
भारत की अग्रणी अक्षय ऊर्जा कंपनी अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए अपनी कुल...
सागौन के पत्तों से बनेगा लेज़र सुरक्षा कवच
बेंगलुरु में देश की सबसे बड़ी BESS विनिर्माण सुविधा का उद्घाटन
स्टेट विजिलेंस की कार्यवाही से बिजलीकर्मियों में उबाल
"जेल भेजो!" फॉर्मेट से गरमाई बिजली राजनीति, संघर्ष समिति की ललकार
वैश्विक जलविद्युत उत्पादन में जोरदार बढ़त, 2024 में 10% की वृद्धि
CRISPR तकनीक से टमाटर, आलू और मिर्च होंगे स्मार्ट
इक्विटी ट्रिक से लूट की तैयारी? 42 जनपदों की विद्युत संपत्तियां खतरे में!
भारतीय वैज्ञानिकों ने बनाया अनोखा बायोडिग्रेडेबल वॉटर प्यूरीफायर
भारतीय रेलवे की साइलो लोडिंग से थर्मल प्लांट में कोयले का रिकॉर्ड स्टॉक