एसजेवीएन ने उत्तर प्रदेश में 75 मेगावाट गुरहा सौर विद्युत परियोजना को कमीशन किया

एसजेवीएन ने उत्तर प्रदेश में 75 मेगावाट गुरहा सौर विद्युत परियोजना को कमीशन किया

नई दिल्ली-एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा ने अवगत करवाया कि उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में स्थित कंपनी के 75 मेगावाट गुरहा सौर विद्युत परियोजना ने वाणिज्यिक प्रचालन प्रारम्भ कर दिया है। इस परियोजना के कमीशन होने से अब एसजेवीएन की स्थापित क्षमता 2227 मेगावाट हो गई है।

श्री नन्द लाल शर्मा ने आगे बताया कि एसजेवीएन ने अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली अधीनस्थ कंपनी एसजेवीएन ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एसजीईएल) के माध्यम से 75 मेगावाट गुरहा सौर विद्युत परियोजना संयंत्र को क्रियान्वित किया है। एसजीईएल ने उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय विकास एजेंसी द्वारा आयोजित प्रतिस्पर्धी टैरिफ बोली के माध्यम से इस 75 मेगावाट सौर विद्युत परियोजना को 2.98 रुपए प्रति यूनिट के टैरिफ पर हासिल किया था। 

श्री शर्मा ने बताया कि परियोजना प्रथम वर्ष में 159.77 मिलियन यूनिट ऊर्जा उत्पादित करेगी तथा 25 वर्षों की अवधि में अनुमानित संचयी ऊर्जा उत्पादन लगभग 3716 मिलियन यूनिट होगा। उत्पादित ऊर्जा के लिए उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड के साथ 25 वर्षों हेतु विद्युत क्रय करार पहले ही हस्ताक्षरित किया जा चुका है। 

श्री शर्मा ने कहा कि "परियोजना 408.42 करोड़ रुपए की लागत से विकसित की गई है, जबकि उत्पादित ऊर्जा से अनुमानित राजस्व लगभग 48 करोड़ रुपए प्रति वर्ष होगा।"

यह एसजेवीएन द्वारा कमीशन की गई 9वीं परियोजना है और इसके साथ अब एसजेवीएन की स्थापित क्षमता 2227 मेगावाट हो गयी है । एसजेवीएन तीव्रता से विस्तार और क्षमता वृद्धि की यात्रा पर है और 56 गीगावॉट से अधिक के वर्तमान पोर्टफोलियो के साथ, कंपनी वर्ष 2030 तक 25000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट स्थापित क्षमता के अपने साझा लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निरंतर अथक रूप से अग्रसरित है।

Related Posts

Latest News

रिकॉर्ड समय में चालू की गई अनपरा की 500 मेगावाट की छठवीं इकाई रिकॉर्ड समय में चालू की गई अनपरा की 500 मेगावाट की छठवीं इकाई
सोनभद्र-अनपरा बिजलीघर की पांच सौ मेगावाट क्षमता की जनरेटर में तकनीकी खराबी आने से बीते 10 नवंबर को बंद हुई...
वितरण सुधारों को प्रोत्साहित करने के नाम पर निजीकरण स्वीकार्य नहीं है
अनुभवी और योग्य अभियंता भय के वातावरण में कार्य करने में असमर्थ
मंत्री समूह गठन के बाद उप्र में बिजली के निजीकरण का निर्णय लिया जाय वापस
प्रयागराज में दो फरवरी तक कोई आंदोलन नहीं होगा
महाकुंभ 2025: प्रयागराज में बिजली कर्मियों ने बनाया नया इतिहास!
खुर्जा सुपर ताप विद्युत संयंत्र की पहली इकाई का वाणिज्यिक संचालन शुरू
निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मियों ने शक्तिभवन घेरा
आईआरईडीए कार्यालय का दौरा कर एमएनआरई सचिव ने की समीक्षा
बिजली के निजीकरण के विरोध में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान