सोन नदी के जलस्तर में कमी आना शुरू
बाणसागर बांध में 168063 क्यूसेक पानी की आवक जारी
मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में मौजूद बाणसागर बांध के साथ अन्य सहयोगी नदियों से आ रहे पानी के कारण सोन नदी में शुक्रवार सुबह भी बाढ़ की स्थिति बनी हुयी है।हालांकि गुरुवार देर रात ही सोन नदी के जलस्तर में कमी आना शुरू हो गया था लेकिन शुक्रवार सुबह भी सोन नदी कई जगहों पर खतरे के निशान के ऊपर बह रही थी। शुक्रवार सुबह 6 बजे मध्य प्रदेश के सीधी, रीवा, उत्तर प्रदेश के सोनभद्र , झारखण्ड के गढ़वा एवं बिहार के रोहतास में सोन नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी। जिसको देखते हुए अभी भी तटवर्ती इलाकों में दहशत की स्थिति बनी हुयी है।
सोन के जलस्तर में कमी शुरू
सोनभद्र के नेवारी में रात गुरुवार देर रात 1 बजे सोन नदी क्क जलस्तर उच्च बाढ़ स्तर के पास 182.75 मीटर तक पहुँच गया था। बहरहाल उसके बाद जलस्तर में तेजी से कमी होना शुरू हो गया। शुक्रवार सुबह 6 बजे तक यह घटकर 181.9 मीटर तक आ गया था। उधर चोपन में भी देर रात 12 बजे से ही जलस्तर में कमी आना शुरू हो गया था। रात 11 बजे यहाँ जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर 171.68 मीटर तक पहुँच गया था। फिलहाल शुक्रवार सुबह 6 बजे तक सोन का जलस्तर घटकर 171.06 मीटर हो गया था। उसके एक घंटे बाद सुबह 7 बजे तक यह खतरे के निशान के नीचे 170.9 मीटर हो गया था। फिलहाल जलस्तर में कमी आने से अगले कुछ घंटों में तटवर्ती क्षेत्रों में राहत की गुंजाईश बन जाएगी।
बेलन ने ढाया कहर
सोनभद्र से निकलने वाली बेलन नदी ने मिर्जापुर के लालगंज क्षेत्र में गुरुवार देर रात चिंता की स्थिति पैदा कर दी। सोनभद्र एवं मिर्जापुर में हुयी भारी बारिश के कारण बेलन के जलस्तर में भारी वृद्धि दर्ज की गयी है। गुरुवार देर रात इस नदी पर मौजूद दादरी डैम से निकले पानी के कारण बेलन का जलस्तर खतरे के निशान को पार करते हुए उच्च बाढ़ स्तर को भी पार कर गया। गुरुवार रात 9 बजे बेलन का जलस्तर 136.55 मीटर पहुँच गया। जिसके कारण तटवर्ती हिस्सों में पानी घुसने लगा। शुक्रवार सुबह तक जलस्तर में कमी आना शुरू हो गया है।
कई नदियों के पानी ने बिगाड़ी हालत
बाणसागर बांध से पिछले चार दिनों से आ रहे एक लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी के साथ बानस,गोपद,विजुल एवं कनहर नदियों से भारी पैमाने पर सोन नदी में पानी आ रहा है। जिसके कारण सोनभद्र के साथ झारखण्ड के गढ़वा एवं बिहार के रोहतास में सोन नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
सोनभद्र के पूर्वी हिस्से में आयी बाढ़
गुरुवार को सोनभद्र के पूर्वी हिस्से में झारखण्ड सीमा के पास सोन नदी का जलस्तर कनहर डैम से आ रहे पानी के कारण उच्च बाढ़ स्तर को पार गया था। जिसके कारण सीमावर्ती इलाकों में पानी घुस गया था। पूर्वी हिस्से में मौजूद निगाई में सोन नदी का जलस्तर गुरुवार दिन में 3 बजे के बाद खतरे के निशान को पार करते हुए उच्च बाढ़ स्तर 162.17 मीटर को भी पार कर गया था। रात 8 बजे यहां सोन का जलस्तर 162.75 मीटर पहुँच गया था। शुक्रवार सुबह जलस्तर में कमी आना शुरू हो गया है।
बाणसागर बांध में 168063 क्यूसेक पानी की आवक
बाणसागर बांध के जलस्तर में लगातार वृद्धि को देखते हुए सोमवार सुबह 10 बजे बांध के कुल आठ फाटक खोले गए थे जो गुरुवार को भी खुले रहे।इन गेटों के माध्यम से कुल एक लाख क्यूसेक से ज्यादा जल प्रवाह सोन नदी में किया जा रहा था।उधर पूर्वी मध्य प्रदेश में जारी बारिश के कारण शुक्रवार सुबह बाणसागर बांध में 168063 क्यूसेक पानी की आवक हो रही थी। जिसको देखते हुए सतर्कता की स्थिति बनी हुयी है।
सोनभद्र के कई हिस्सों में दहशत
जनपद की तीन प्रमुख नदियों सोन,विजुल और रेणुका में आ रहे भारी पैमाने में पानी ने संगम क्षेत्र में स्थिति विस्फोटक कर दी है।तीनो नदियों के मिलन क्षेत्र गोठानी में सबसे ज्यादा चिंता देखी जा रही है। सोन नदी में आ रहे बाणसागर बाँध के पानी के कारण विजुल नदी का पानी आगे नही बढ़ पा रहा है, जिसके वजह से विजुल के तटवर्ती क्षेत्रो में पानी घुसने लगा है।
विजुल पुल डूबा
विजुल नदी पर गायघाट में बना पुल बाढ़ की चपेट में है।गुरुवार रात में इस पुल पर 5 फुट से ज्यादा पानी चल रहा है।जिसके कारण सैकड़ो गाँव का सम्पर्क कट गया है।