सूरज की रोशनी से बना शक्तिशाली कीटाणुनाशक
भारतीय वैज्ञानिकों की नई खोज
अब सूरज की रोशनी और पानी से, एक खास प्रकाश उत्प्रेरक (Photocatalyst) की मदद से सीधा हाइड्रोजन पेरोक्साइड (H₂O₂) बनाया जा सकता है यानी वह केमिकल जो घावों को साफ करता है, पानी को शुद्ध करता है, और कीटाणु मारने में बेहद असरदार है।
यह खोज भारत में एसएन बोस सेंटर फॉर बेसिक साइंसेज के वैज्ञानिकों की टीम ने की है। उन्होंने Mo-DHTA COF नामक एक अनोखा पदार्थ तैयार किया है जो इस प्रक्रिया को संभव बनाता है।
यह खोज क्यों ज़रूरी है?
H₂O₂ को अब तक जो तरीकों से बनाया जाता था, वे महंगे, प्रदूषणकारी और ऊर्जा-खपत वाले थे।नई तकनीक से यह पूरी प्रक्रिया हरित (Eco-Friendly), सस्ती और ज्यादा टिकाऊ बन गई है।इसका उपयोग घावों को साफ करने में,पानी और हवा को शुद्ध करने में,दवाइयों और रसायनों के उत्पादन में,ईंधन कोशिकाओं में ऊर्जा उत्पन्न करने में होगा।
ऐसे काम करता है यह नया पदार्थ
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Mo-DHTA COF एक धातु और कार्बनिक अणुओं से बना ढाँचा है
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यह सूरज की रोशनी को छोटे सोलर कारखानों की तरह उपयोग करता है
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यह पानी और ऑक्सीजन से मिलकर H₂O₂ उत्पन्न करता है
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खास बात – यह शुद्ध पानी में भी काम करता है।
अन्य खूबियाँ
✅ इथेनॉल और बेंजाइल अल्कोहल जैसे माध्यमों में भी प्रभावी
✅ बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है (Recycle-friendly)
✅ औद्योगिक स्तर पर उत्पादन के लिए बेहद उपयोगी
✅ बायोमेडिकल, एनवायरनमेंट और एनर्जी साइंस में बड़ा योगदान संभव