प्रसिद्ध खरगोन की मिर्च के उत्पादन में बिजली का अहम योगदान

प्रसिद्ध खरगोन की मिर्च के उत्पादन में बिजली का अहम योगदान

मध्यप्रदेश के इंदौर संभाग काखरगोन जिला.... सुर्ख लाल एवं तीखी मिर्च के लिए एशिया में जाना जाता है। एशिया की सबसे बड़ी मिर्च मंडी भी खरगोन जिले के बेड़िया ग्राम में लगती है। यहाँ देश-विदेश के लिए मिर्च खरीदी जाती है। मिर्च संबंधी काम यहाँ वर्ष भर चलता है। 

खरगोन जिले की प्रत्येक तहसील में मिर्च का उत्पादन होता है। मिर्च के पौधे की देखभाल, कीटों से बचाव, खाद, पानी देने के लिए समय पर बिजली की जरूरत होती है। खरगोन जिले में किसानों को प्रतिदिन 10 घंटे बिजली दी जा रही है। नौ से दस माह की मिर्च फसल के लिए लगभग 50 बार सिंचाई करनी होती है। इससे अन्य फसलों के साथ ही खरगोन की ख्याति प्राप्त एवं किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने वाली मिर्च की फसल भी प्रमुखता से शामिल है। इस क्षेत्र की खड़ी लाल सुर्ख मिर्च 50 से लेकर 175 रूपए किलो तक बिकती है। बेड़िया में रहने वाले युवा उद्यमी दीपांशु पटेल ने बताया कि हम अच्छी क्वालिटी की मिर्च को पहले पसंद करते हैं। इसके बाद मिर्च की सफाई और पिसाई कर इसे पैक किया जाता है। दीपांशु बताते हैं कि फीडर सेपरेशन के बाद गाँव में बिजली पर्याप्त वोल्टेज के साथ 24 घंटे मिलने से हमें उद्योग चलाने में आसानी होती है। आमदनी भी संतोषजनक हो रही है।

कृषि, लघु उद्योग क्षेत्र में मदद

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का कहना हैं कि उपभोक्ताओं को केंद्र और राज्य शासन की सभी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। इससे उनके जीवन में काफी बदलाव आया है। कृषि और लघु उद्योग के क्षेत्र में भी बिजली कंपनियाँ उद्यमियों को लाभान्वित कर रही हैं। उज्जवल भारत उज्ज्वल भविष्य आयोजन में आजादी के अमृत महोत्सव के साथ ही ऊर्जा क्षेत्र के महत्व और उपलब्धियों की जानकारी भी दी जा रही है।

सभी तरह के उपभोक्ताओं का ख्याल

मप्रपक्षेविविकं इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने बताया कि उच्चदाब, किसान, गैर घरेलू, घरेलू सभी तरह के उपभोक्ताओं को शासन की सभी योजनाओं का पात्रता अनुसार लाभ दिया जा रहा है। गृह ज्योति योजना से लगभग 95 फीसदी ग्रामीण उपभोक्ता लाभान्वित हो रहे हैं। शासन की किसान हितैषी योजनाओं से भी मालवा- निमाड़ के 13 लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं को आर्थिक मदद प्राप्त हो रही है।

फीडर सेपरेशन से 1211 गाँव लाभान्वित

 

खरगोन जिले के ग्रामों की बिजली, खेती की लाइन से अलग करने के लिए केंद्र की फीडर सेपरेशन योजना को प्रभावी ढंग से लागू किया गया है। इससे सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों की बिजली वितरण व्यवस्था में आमूलचूल बदलाव आया है। फीडर सेपरेशन में खरगोन जिले के 1211 गाँवों को लाभ दिया गया। इस कार्य में 114 करोड़ रूपए खर्च हुए हैं। योजना से जिले में 1188 किमी नई 11 केवी लाइन स्थापित की गई।

राजेश पांडेय 

Related Posts

Latest News

अदानी ग्रीन ने रचा इतिहास, अक्षय ऊर्जा क्षमता 15,539 MW के पार अदानी ग्रीन ने रचा इतिहास, अक्षय ऊर्जा क्षमता 15,539 MW के पार
भारत की अग्रणी अक्षय ऊर्जा कंपनी अदानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए अपनी कुल...
सागौन के पत्तों से बनेगा लेज़र सुरक्षा कवच
बेंगलुरु में देश की सबसे बड़ी BESS विनिर्माण सुविधा का उद्घाटन
स्टेट विजिलेंस की कार्यवाही से बिजलीकर्मियों में उबाल
"जेल भेजो!" फॉर्मेट से गरमाई बिजली राजनीति, संघर्ष समिति की ललकार
वैश्विक जलविद्युत उत्पादन में जोरदार बढ़त, 2024 में 10% की वृद्धि
CRISPR तकनीक से टमाटर, आलू और मिर्च होंगे स्मार्ट
इक्विटी ट्रिक से लूट की तैयारी? 42 जनपदों की विद्युत संपत्तियां खतरे में!
भारतीय वैज्ञानिकों ने बनाया अनोखा बायोडिग्रेडेबल वॉटर प्यूरीफायर
भारतीय रेलवे की साइलो लोडिंग से थर्मल प्लांट में कोयले का रिकॉर्ड स्टॉक