देश में 86 फीसदी हैं छोटे किसान-कृषि मंत्री
नई दिल्ली,14 सितंबर 2022-केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि देश में 86 फीसदी छोटे किसान हैं, जिनके पास छोटा रकबा है और वे ज्यादा निवेश नहीं कर सकते है। इन किसानों को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सरकार काम कर रही है, क्योंकि अगर इन 86 प्रतिशत किसानों का पलड़ा नीचे रहेगा तो न खेती आगे बढ़ेगी और न ही देश। सरकार ने इनकी ओर ध्यान देते हुए 10 हजार नए एफपीओ बनाने का काम शुरू किया है।
इसके लिए 6865 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इनमें से तीन हजार एफपीओ बन चुके हैं। छोटे किसान इन एफपीओ से जुड़ते हैं तो खेती का रकबा बढ़ता है, किसानों की सामूहिक ताकत बढ़ती है। एक ही प्रकार की खेती होती है तो उत्पादन बढ़ेगा और किसान अच्छी कीमत हासिल कर सकेंगे। किसानों की आमदनी बढ़े, इसके लिए यह प्रयास किया जा रहा है।
श्री तोमर ने कहा कि दलहन और तिलहन के क्षेत्र में भी सरकार काम कर रही है। दोनों ही अभावग्रस्त क्षेत्र थे। दलहन में किसानों ने उपक्रम किया और उत्पादन में बड़ी छलांग लगाई है। तिलहन में अभी गैप है, जिसके लिए सरकार तिहलन मिशन पर काम कर रही है। हम जानते हैं खाद्य तेलों को इंपोर्ट करना पड़ता है।
हमारे देश में जितनी तेलों की खपत है, उसमें करीब 56 प्रतिशत पॉम आयल की खपत है, इसलिए पॉम ऑयल मिशन शुरू किया गया है, जिस पर सरकार 11 हजार करोड़ रुपए खर्च करेगी। देश में लगभग 28 लाख हेक्टेयर क्षेत्र पॉम ऑयल की खेती के लिए मुफीद है। पहले चरण में 6 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में पॉम की खेती बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। तीन-चार साल बाद जब पॉम ऑयल की फसल आएगी तो आयात निर्भरता कम होगी।
कार्यक्रम में विभिन्न श्रेणियों में अवार्ड्स दिए गए। इस अवसर पर आउटलुक समूह के सीईओ इंद्रनील रॉय, स्वराज समूह के हरीश, नेशनल रेनफेड अथॉरिटी के सीईओ अशोक दलवई के साथ ही अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।