यूपी के सरकारी किताब में अधूरा छपा है राष्ट्रगान

राष्ट्रगान का अपमान करने वालों पर राष्ट्रद्रोह की हो कार्यवाही–धीरज पांडेय

यूपी के सरकारी किताब में अधूरा छपा है राष्ट्रगान

सोनभद्र,16 सितम्बर 2022-उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा शिक्षा सत्र 2022-23 के लिए जारी की गई किताब में राष्ट्रगान अधूरा प्रकाशित करने को लेकर बड़े राजनीतिक भूचाल की संभावना है।प्रकाशित राष्ट्रगान में कई शब्दों के गायब होने को लेकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ते जा रही है।

उत्तर प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव एडवोकेट धीरज पांडेय ने कहा कि आज़ादी का अमृत महोत्सव पूरे देश मे मनाया जा रहा है। 13 अगस्त से 15 अगस्त तक प्रधानमंत्री के आह्वाहन पर  देशवासियों ने हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाया। ऐसे में बड़े दुर्भाग्य के साथ बताना पड़ रहा रहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा परिषदीय विद्यालयों में हमारे देश के भावी भविष्य के बच्चों को बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा जो किताब पढ़ाया जा रहा है उसमें देश का राष्ट्रगान अधूरा है जो राष्ट्रद्रोह के श्रेणी में आता है ।

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सत्र 2022 - 23 के लिए जो किताब पढ़ाई जा रही उसमें 'उत्कल बंग' शब्द को गायब कर दिया गया है।  हम इस तथाकथित राष्ट्रवादी सरकार से यह पूछना चाहते हैं की क्या बंगाल हमारे राष्ट्र का अभिन्न अंग नही है या फिर लाख प्रचार प्रसार अफवाह झूठ के बाद भी भारतीय जनता पार्टी बंगाल में चुनाव हार गई तो क्या कही न कही साजिश के तहत इस तरह की टीस नही निकाली जा रही। अगर ऐसा है तो यह राष्ट्रगान का अपमान राष्ट्रद्रोह है। ऐसा कृत्य करने वालों पर मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही होना चाहिए अन्यथा भारतीय युवा कांग्रेस आंदोलन को बाध्य होगी।

कहा कि सवाल उठाने पर बेसिक शिक्षा विभाग इसे प्रिंटिंग में गड़बड़ी मान कर पल्ला झाड़ रहा है।अगर किसी अन्य प्रदेश में अन्य दल की सरकार होती तो भारतीय जनता पार्टी इसे मुद्दा बनाकर हो हल्ला मचाते हुए उस सरकार और उस दल को राष्ट्रविरोधी साबित करने में कोई कोर कसर नही छोड़ती।

कहा कि हम कांग्रेस के लोगो के लिए यह राजनीति का विषय नहीं बल्कि राष्ट्रगान के अपमान का विषय है। अगर भाजपा सरकार की मंशा सही है तो इसकी जांच करा कर कार्यवाही कराया जाए।सवाल किया कि क्यों किताब छप भी गयी और स्कूलों में बट भी गयी।साथ ही बच्चे पढ़ने भी लगे। इतनी बड़ी लापरवाही बस लिपकीय त्रुटि नहीं मानी जा सकती।कहा कि अगर यह छपाई की भी भूल है तो इस कार्य मे लगे लोग नशे के शिकार थे क्या जो इतनी बड़ी गलती उन्हें नही दिखी?

 

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