आरआईएनएल को लगातार चौथी बार राष्ट्रीय ऊर्जा अग्रणी पुरस्कार मिला

आरआईएनएल को लगातार चौथी बार राष्ट्रीय ऊर्जा अग्रणी पुरस्कार मिला

नई दिल्ली,21 सितंबर 2022-राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) को भारतीय उद्योग परिसंघ गोदरेज ग्रीन बिजनेस सेंटर द्वारा लगातार चौथी बार राष्ट्रीय ऊर्जा अग्रणी पुरस्कार और 2017 से लगातार छठी बार उत्कृष्ट ऊर्जा कुशल इकाई पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। किसी भी एकीकृत इस्पात संयंत्र और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम के लिए लगातार चार साल तक राष्ट्रीय ऊर्जा अग्रणी पुरस्कार जीतना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

आज नई दिल्ली में आयोजित 23वें राष्ट्रीय ऊर्जा प्रबंधन कार्यक्रम उत्कृष्टता पुरस्कार समारोह में विद्युत मंत्रालय के ऊर्जा दक्षता ब्यूरो के उप महानिदेशक अशोक कुमार ने एके सक्सेना, निदेशक (संचालन), आरआईएनएल और अभिजीत चक्रवर्ती, मुख्य महाप्रबंधक (कार्य)-प्रभारी, आरआईएनएल को ये प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किये।

श्री अतुल भट्ट, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, आरआईएनएल ने इस अनूठी उपलब्धि के लिए वीएसपी समूह को बधाई दी और कहा कि ये पुरस्कार वास्तव में ऊर्जा संरक्षण के प्रति पूरे कार्यबल की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। उन्होंने उन्हें ऊर्जा खपत में अंतरराष्ट्रीय मानक हासिल करने के लिए प्रोत्साहित किया, जो इस्पात बनाने की प्रक्रिया के प्रमुख मापदंडों में से एक है।

आरआईएनएल ने 2021-22 में विशिष्ट ऊर्जा खपत को 6.25 गीगा कैलोरी/प्रति टन कच्चा स्टील से घटाकर 6.02 गीगा कैलोरी/प्रति टन कच्चा स्टील कर दिया और पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 4% की कमी दर्ज की। आरआईएनएल; कोक ड्राई क्वेंचिंग, सिंटर हीट रिकवरी पावर प्लांट, टॉप प्रेशर रिकवरी टर्बाइन और एलडी गैस रिकवरी जैसी अत्याधुनिक स्वच्छ प्रौद्योगिकी स्थापित करने में अग्रणी है। आरआईएनएल ने विभिन्न उपाय किए हैं, जैसे अपशिष्ट ताप की पुनः प्राप्ति में वृद्धि, बीएफ में चूर्णित कोयला आपूर्ति में वृद्धि और बी एफ गैस-स्राव में कमी।

आरआईएनएल ने एमओएस उद्देश्य के अनुरूप स्टील को अकार्बनीकृत करने (नेट जीरो उत्सर्जन प्राप्त करना) और 2047 तक कार्बन तटस्थता प्राप्त करने के लिए एक विशिष्ट कार्य योजना बनाई है। आरआईएनएल ने प्रदर्शन, उपलब्धि और व्यापार (पीएटी) दूसरे चक्र में सबसे अधिक संख्या में ऊर्जा बचत प्रमाणपत्र (एस्कर्ट) प्राप्त किए हैं। आरआईएनएल पहला एकीकृत इस्पात संयंत्र है, जिसने आईएसओ 50001 ऊर्जा प्रबंधन प्रणाली को अपनाया है।

Latest News

 कोयला आधारित बिजली पर निर्भरता अगले दो दशक तक बनी रहेगी कोयला आधारित बिजली पर निर्भरता अगले दो दशक तक बनी रहेगी
नई दिल्ली- बिजली की बढती मांग को देखते हुए घरेलू कोयले पर आधारित बिजली परियोजनाओं में कोयले के स्टाक में...
चुंबकीय पदार्थों में एमपेम्बा प्रभाव की खोज
ऊर्जा भंडारण में नई क्रांति:मेटल ऑर्गेनिक फ्रेमवर्क-आधारित सुपरकैपेसिटर
1.35 लाख क्यूसेक पानी पहुँचने पर बाणसागर बांध के तीन फाटक खोले गये
हालात खराब हों, तो आप भारत पर दांव लगा सकते हैं- पीएम मोदी 
अत्याधुनिक स्वदेशी अंडरवाटर सेंसर से लैस हैं 'मालपे' और 'मुलकी'
आईआईएफटी ने रचा इतिहास,नेटवर्किंग में ग्लोबल नंबर 1
भारत के नवदीप ने भाला फेंक में रचा इतिहास
नवदीप,सिमरन और गवित दिलीप पर है स्वर्ण पदक लाने का दबाव
प्रवीण कुमार ने पुरुष हाई जम्प में भारत को दिलाया स्वर्ण पदक