रिहंद बांध के जलस्तर में भारी वृद्धि
एक दिन में सात फीट से ज्यादा की वृद्धि
नयी दिल्ली-पूर्वी मध्यप्रदेश और उत्तरी छत्तीसगढ़ के कई जनपदों में हो रही बारिश ने ऊर्जा हब कहे जाने वाले सिंगरौली-सोनभद्र क्षेत्र के लिए अनुकूल स्थिति पैदा की है। अगस्त माह के शुरूआती दिनों में हुयी बारिश ने लगभग 20 हजार मेगावाट क्षमता की विधुत इकाइयों के लिए जलीय आधार रिहंद बाँध के जल भराव में तेजी लायी है। बीते 30 घंटो में ही रिहंद बाँध के जलस्तर में सात फीट से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गयी है।
पिछले कई वर्षों में ऐसा पहली बार हुआ है कि इतने कम समय में रिहंद के जलस्तर में दो मीटर से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गयी है। रिहंद बाँध में प्रमुख रूप से छतीसगढ़ के सूरजपुर और सरगुजा जनपद एवं मध्यप्रदेश के सिंगरौली तथा उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपदों में होने वाली बारिश का असर पड़ता है। रिहन्द नदी चूँकि सूरजपुर जनपद से आती है लिहाजा वहां की बारिश का सबसे ज्यादा असर पड़ता है। बीते दो अगस्त से सूरजपुर में भरी बारिश हो रही है। सूरजपुर में दो और तीन अगस्त को 140 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई है।
इसके अलावा सरगुजा में 52 मिलीमीटर,सिंगरौली में 180 मिलीमीटर तथा सोनभद्र में लगभग 90 मिलीमीटर बारिश हुई है। रविवार सुबह तक रिहंद बांध का जलस्तर 257.71 मीटर हो गया था। पिछले 24 घंटे में रिहंद में 20 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी पहुंच रहा है।अगर जल भराव इसी तरह जारी रहा तो पिछले कई वर्षों के सापेक्ष रिहंद के अधिकतम स्तर तक पहुँचने की संभावना ज्यादा हो जायेगी।