अमेरिका ने कहा कि भारत एक मूल्यवान भागीदार

वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन को आगे बढ़ाने के लिए भारत और अमेरिका आये साथ

अमेरिका ने कहा कि भारत एक मूल्यवान भागीदार

नई दिल्ली-अमेरिकी राष्ट्रपति के वरिष्ठ सलाहकार जॉन पोडेस्टा ने कहा है कि भारत एक मूल्यवान भागीदार है और दोनों देश लचीली आपूर्ति श्रृंखला और निवेश आधारित साझेदारी रणनीति बनाने में एक-दूसरे का समर्थन करते हैं। उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि भारत और अमेरिका स्वच्छ ऊर्जा, ऊर्जा भंडारण प्रणाली और ऊर्जा दक्षता जैसे क्षेत्रों में सहयोग कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका भारत की विनिर्माण क्षमता बढ़ाने में उसका समर्थन कर सकता है।

ऊर्जा क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में,गुरुवार को केंद्रीय विद्युत मंत्री मनोहर लाल, विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्रीपाद नाइक और विद्युत मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के साथ एक सार्थक चर्चा हुयी। इस दौरान वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन को आगे बढ़ाने के लिए भारत और अमेरिका अपनी साझेदारी  को और मजबूत करने के लिए पुनः प्रतिबद्धता जताई है।

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ये रहे चर्चा के मुख्य बिंदु 

ग्रिड और ट्रांसमिशन आधुनिकीकरण: दोनों पक्षों ने भविष्य में लोड वृद्धि को संभालने के लिए ग्रिड ट्रांसमिशन को अपग्रेड करने के प्रयासों पर तकनीकी आदान-प्रदान की संभावना का पता लगाया। चर्चा में इन आधुनिकीकरण प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए नीति परामर्श और संभावित वित्तीय सहायता पर भी चर्चा हुई।

2. विनिर्माण क्षमता बढ़ाना: बड़े ट्रांसफार्मर जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भारत की विनिर्माण क्षमता बनाने के अवसर एक प्रमुख विषय था, जिसका लक्ष्य घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना और आयात पर निर्भरता कम करना था।

3. ऊर्जा भंडारण प्रणाली: वार्ता में ग्रिड-स्केल बैटरी भंडारण समाधानों पर आगे सहयोग के साथ, लंबी अवधि के ऊर्जा भंडारण अध्ययन पर राज्य-दर-राज्य साझेदारी की संभावनाओं पर चर्चा हुई।

4. उच्च दक्षता वाले कूलिंग सिस्टम: चर्चाओं में उच्च दक्षता वाले एयर कंडीशनिंग सिस्टम और पंखे बनाने, इंस्टॉल करने और निर्यात करने की भारत की क्षमता बढ़ाने के लिए विनिर्माण परियोजनाओं और नीतियों को प्रोत्साहित करने के महत्व पर प्रकाश डाला गया।

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भारत ने कहा 

चर्चा के दौरान, मनोहर लाल ने कहा कि 'पावर एंड एनर्जी एफिशिएंसी पिलर' के तहत भारत और अमेरिका की भागीदारी, जिसका नेतृत्व रणनीतिक स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी (एससीईपी) के तहत विद्युत मंत्रालय कर रहा है, ऊर्जा परिवर्तन को प्राप्त करने के हमारे लक्ष्यों को साकार करने के लिए महत्वपूर्ण है।

स्रोत-PIB

फोटो क्रेडिट  https://x.com/mlkhattar

 

 

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