रिहन्द और बाणसागर बांध पर मंडराया खतरा, कभी भी खुल सकते हैं फाटक!
डेढ़ लाख क्यूसेक का इनफ्लो, सिंचाई विभाग अलर्ट पर!
उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव क्षेत्र के प्रभाव के कारण पूर्वी मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में भारी बारिश हो रही है। जिसके कारण उत्तर प्रदेश में मौजूद रिहन्द बांध और मध्य प्रदेश में मौजूद बाणसागर बांध में पुनः पानी की आवक तेज हो गयी है। पूर्वी एमपी में चल रही भारी बारिश के कारण बाणसागर के फाटक के जहाँ पुनः खुलने की संभावना बन गयी है वहीं रिहन्द के जलस्तर में वृद्धि की गति को देखते हुए जल्द ही बांध के फाटक खुलने की स्थिति बन सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार उत्तरी छत्तीसगढ़ और उससे सटे झारखंड के ऊपर बने डिप्रेशन के प्रभाव के कारण 26 जुलाई को पूर्वी मध्य प्रदेश में अत्यंत भारी वर्षा की संभावना है। अगले 3 दिनों के दौरान, मानसून की स्थिति मध्य भारत और पश्चिमी तट व इससे सटे घाट क्षेत्रों में सक्रिय अवस्था में रहने की संभावना है। मानसून की सक्रियता को देखते हुए दोनों जलाशयों पर दबाव बढ़ गया है।
रिहन्द बांध के जलस्तर में वृद्धि तेज
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर, सरगुजा,बलरामपुर एवं जशपुर तथा मध्य प्रदेश के सिंगरौली जनपदों में हुयी भारी बारिश का असर रिहन्द बांध पर पड़ा है। पिछले 24 घंटे में रिहन्द बांध के जलस्तर में रिकॉर्ड तीन फ़ीट की वृद्धि दर्ज की गयी है। रिहन्द बांध में शनिवार सुबह डेढ़ लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी की आमद हुयी है। जबकि 25 जुलाई सुबह तक रिहन्द में 39 हजार क्यूसेक पानी की ही आमद हो रही थी। फिलहाल 27 जुलाई को भी एक लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी के इनफ्लो जारी रहने का पूर्वानुमान है। जिसको देखते हुए संभावना है कि अगले एक दो दिनों में रिहन्द का जलस्तर अधिकतम जलस्तर ( एमडब्ल्यूएल ) 867.56 फीट को पार कर जाये। जिसके बाद फाटकों को खोलने की संभावना बन जाएगी।
शनिवार सुबह आठ बजे रिहन्द का जलस्तर 863.23 फीट पहुंच गया था। फिलहाल रिहन्द में पानी की आवक तेज होते जा रही है।उधर बांध में पानी की आवक को देखते हुए फाटक खोलने को लेकर सिंचाई विभाग सतर्क हो गया है।
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रिहन्द नदी के जलस्तर में वृद्धि
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर और जशपुर में हो रही भारी बारिश के कारण देश में सबसे ज्यादा बिजली उत्पादन की मुख्य आधार रिहन्द नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि जारी है। रिहन्द नदी में पिछले दो दिनों में कई जगहों पर 14 फ़ीट से ज्यादा की भारी वृद्धि दर्ज हुयी है। सूरजपुर के खर्रा में शनिवार दोपहर 12 बजे तक रिहन्द का जलस्तर 403.3 मीटर दर्ज किया गया है। दो दिन पूर्व इस स्थान पर नदी का जलस्तर 399 मीटर से कम था। खर्रा में बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए रिहन्द में भारी पैमाने में पानी की आमद में निरंतरता बनी रहेगी।
बाणसागर में पहुंचेगा डेढ़ लाख क्यूसेक पानी
पूर्वी मध्य प्रदेश में भारी वर्षा के कारण 27 जुलाई सुबह तक बाणसागर बांध में इनफ्लो डेढ़ लाख क्यूसेक से ज्यादा होने का पूर्वानुमान जताया गया है। 26 जुलाई सुबह तक इनफ्लो 55526 क्यूसेक से ज्यादा था। जिसमे लगातार वृद्धि जारी है।शनिवार सुबह बांध का जलस्तर 339.09 मीटर था। पिछले दो दिनों से पूर्वी मध्य प्रदेश के शहडोल,अनूपपुर, मंडला, जबलपुर, सतना, सिंगरौली, डिंडोरी आदि में भारी बारिश जारी है। जिसके कारण सोन एवं छोटी महानदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुयी है। जिसका असर बाणसागर बांध पर दिख रहा है।
पानी की आवक को देखते हुए संभावना है कि बाणसागर के फाटक पुनः खोल दिए जायेंगे। चूँकि अभी मानसून सत्र के दो माह से ज्यादा बचे हैं। जिसके कारण अभी बाणसागर के फाटक खोले जा सकते हैं।
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