मानव मस्तिष्क से प्रेरित कंप्यूटिंग का भविष्य है कृत्रिम सिनैप्टिक चिप

कृत्रिम सिनैप्स और न्यूरोमॉर्फिक कंप्यूटिंग का विकास

कृत्रिम सिनैप्टिक चिप - मानव मस्तिष्क से प्रेरित उन्नत कंप्यूटिंग डिवाइस

वैज्ञानिकों ने एक कृत्रिम सिनैप्टिक डिवाइस विकसित की है जो मानव मस्तिष्क में मौजूद 'सिनैप्स' की तरह कार्य करती है। यह चिप सूचना प्रौद्योगिकी में एक क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकती है, क्योंकि यह मानव मस्तिष्क के तंत्रिका नेटवर्क की तरह मेमोरी और तर्क करने के कार्यों को एक साथ एकीकृत करने में सक्षम है।

क्या है कृत्रिम सिनैप्टिक चिप

कृत्रिम सिनैप्टिक डिवाइस एक ऐसी चिप है जो जैविक मस्तिष्क की कार्यप्रणाली से प्रेरित है। इसे न्यूरोमॉर्फिक डिजाइन के रूप में जाना जाता है, जो न्यूरॉन्स और सिनैप्स की नकल करते हुए काम करती है। इस चिप को विकसित करने के लिए वैज्ञानिकों ने द्वि-आयामी इलेक्ट्रॉन गैस (2D Electron Gas) का उपयोग किया है, जो ऑक्साइड इंटरफेस पर आधारित है। यह चिप न केवल कंप्यूटिंग कार्यों को तेज़ बनाती है बल्कि मेमोरी एक्सेस और डेटा प्रोसेसिंग को भी बेहतर करती है।

इसके क्या हैं लाभ
कम ऊर्जा खपत: इस चिप का डिज़ाइन ऊर्जा की कम खपत सुनिश्चित करता है, जिससे यह अधिक टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल होती है।
बेहतर सूचना प्रोसेसिंग: यह चिप त्वरित और सटीक जानकारी प्रोसेसिंग में सक्षम है, जिससे जटिल समस्याओं को तेजी से हल किया जा सकता है।
उन्नत AI क्षमता: इस चिप की मदद से कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) में अधिक प्रभावी और तेज़ी से निर्णय लेने की क्षमता विकसित की जा सकती है।
लघुकरण: यह डिवाइस छोटे और शक्तिशाली उपकरणों में इस्तेमाल की जा सकती है, जिससे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की दक्षता बढ़ाई जा सकती है।
मजबूती और सहिष्णुता: यह चिप बेहद मज़बूत है और दोषों के प्रति सहनशीलता रखती है, जो इसे विभिन्न उद्योगों में उपयोगी बनाती है।
स्वास्थ्य और शिक्षा में सुधार: इस चिप के उपयोग से स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और सतत पर्यावरणीय समाधान में बेहतरी की जा सकती है।
 
Screenshot2024-10-04154832VDUC
चित्र में ईयूओ-केटीओ इंटरफेस को एक कृत्रिम सिनैप्टिक डिवाइस के रूप में दिखाया गया है जो ठीक जैविक सिनैप्टिक की तरह ही काम कर सकती है, न्यूरोमॉर्फिक गुण दर्शाती है, अस्थिर से लेकर गैर- अस्थिर स्विचिंग भी कर सकती है, और तर्क करने संबंधी कार्य कर सकती है।

 

इसका भविष्य क्या है

इस चिप की विशेषताएँ इसे रोजमर्रा की जिंदगी में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली प्रौद्योगिकी के रूप में स्थापित कर सकती हैं। यह चिप समय के साथ सीख सकती है और बदल सकती है, जिससे अत्यधिक व्यक्तिगत और उत्तरदायी टेक्नोलॉजी विकसित हो सकेगी। स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, और पर्यावरणीय सेवाओं में इस चिप के उपयोग से व्यापक लाभ की संभावना है।

यह चिप 'वॉन न्यूमैन कंप्यूटिंग' की सीमाओं को तोड़ते हुए मानव मस्तिष्क की तरह संगणनात्मक और मेमोरी कार्यों को एक साथ कर सकती है, जो मौजूदा कंप्यूटर सिस्टम की तुलना में बहुत तेज़ और अधिक कुशल होती है।

इस शोध से यह स्पष्ट होता है कि आने वाले समय में कृत्रिम सिनैप्टिक डिवाइस सूचना प्रौद्योगिकी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

स्रोत-PIB

प्रकाशन संबंधी विवरण: https://doi.org/10.1063/5.0219906

Related Posts

Latest News

ओबरा सी की दूसरी इकाई भी कमर्शियल लोड पर ओबरा सी की दूसरी इकाई भी कमर्शियल लोड पर
नई दिल्ली - उत्तर प्रदेश राज्य विधुत उत्पादन निगम की सबसे पुरानी ओबरा तापीय परियोजना के विस्तारीकरण के तहत नवनिर्मित...
अक्षय ऊर्जा क्षेत्र के लिए पवन ऊर्जा भारत की रणनीति के केंद्र में
केंद्रीय विधुत मंत्री ने गोरखपुर हरियाणा अणु विद्युत परियोजना का दौरा किया
जम्मू-कश्मीर के विद्युत और शहरी विकास कार्यों की समीक्षा
इरेडा ने क्यूआईपी के माध्यम से 2,005.90 करोड़ रुपये जुटाए
भारत बना बिजली अधिशेष देश, 241 गीगावाट पीक डिमांड को बिना किसी कमी के किया पूरा
मई 2024 में 250 गीगावाट की रिकॉर्ड मांग पूरी: मनोहर लाल
रिकॉर्ड समय में चालू की गई अनपरा की 500 मेगावाट की छठवीं इकाई
वितरण सुधारों को प्रोत्साहित करने के नाम पर निजीकरण स्वीकार्य नहीं है
अनुभवी और योग्य अभियंता भय के वातावरण में कार्य करने में असमर्थ