ईवी क्रांति की रफ्तार तेज़ करने नीति आयोग ने जारी की 200 अरब डॉलर की रिपोर्ट

EV सेक्टर में निवेश का सुनहरा मौका! जानिए 200 अरब डॉलर की संभावनाओं वाला रोडमैप

नई दिल्ली। देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को बढ़ावा देने और इस क्षेत्र में छिपी आर्थिक संभावनाओं को उजागर करने के उद्देश्य से नीति आयोग ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट का शीर्षक है — “Unlocking a $200 Billion Opportunity: Electric Vehicles in India”। इसमें भारत की ईवी नीति, मौजूदा चुनौतियाँ, वैश्विक तुलना और भविष्य की दिशा पर विस्तृत प्रकाश डाला गया है।

यह रिपोर्ट नीति आयोग के सदस्य श्री राजीव गौबा द्वारा जारी की गई, जहां नीति आयोग के CEO बी.वी.आर. सुब्रह्मण्यम, भारी उद्योग मंत्रालय के सचिव कामरान रिजवी और अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।

रिपोर्ट के मुख्य तथ्य
वर्ष 2016 में केवल 50,000 इलेक्ट्रिक वाहन बिके थे,जबकि 2024 में यह संख्या 2.08 मिलियन पर पहुँच गई। वैश्विक ईवी बिक्री के मुकाबले भारत की हिस्सेदारी अब 2/5 से अधिक हो चुकी है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत 2030 तक वाहन बिक्री में 30% हिस्सेदारी इलेक्ट्रिक वाहनों से प्राप्त करना चाहता है। यदि यह लक्ष्य हासिल होता है, तो ईवी सेक्टर भारत के लिए 200 बिलियन डॉलर की आर्थिक संभावना लेकर आ सकता है।

तेज़ बदलाव के लिए सुझाए गए रास्ते

रिपोर्ट में इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने में तेजी लाने के लिए कुछ तात्कालिक उपाय सुझाए गए हैं। 

1.चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर को प्राथमिकता देना

2.वित्तीय सहायता और नीति समर्थन बढ़ाना

3.राज्यों के साथ नीति समन्वय

4.ईवी क्षेत्र में निजी निवेश और नवाचार को प्रोत्साहन

नीति आयोग के अधिकारियों की राय

श्री राजीव गौबा ने कहा, भारत स्वच्छ परिवहन की दिशा में एक परिवर्तनकारी मोड़ पर है। यह रिपोर्ट नीतिगत बाधाओं को दूर करने और नए अवसरों के द्वार खोलने का मार्गदर्शक दस्तावेज़ है।

वहीं, आयोग के CEO श्री बी.वी.आर. सुब्रह्मण्यम ने कहा,भारत की ईवी क्रांति को समय पर समर्थन देने के लिए यह रिपोर्ट एक समेकित प्रयास है।

रिपोर्ट देखने हेतु आधिकारिक लिंक

niti.gov.in/sites/default/files/2025-08/Electric-Vehicles-WEB-LOW-Report.pdf

Latest News

विकसित यूपी के विजन में पब्लिक सेक्टर जरूरी विकसित यूपी के विजन में पब्लिक सेक्टर जरूरी
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश ने कहा है कि जब प्रदेश विधानसभा में विकसित भारत और विकसित उत्तर...
पुनः खोलने पड़ सकते हैं रिहन्द और बाणसागर बांध के फाटक
लखनऊ मेट्रो परियोजना के चरण-1बी को कैबिनेट की मंजूरी
अरुणाचल प्रदेश में बनेगी 700 मेगावॉट तातो-द्वितीय जलविद्युत परियोजना
टोरेंट पावर से पावर कॉरपोरेशन को हजारों करोड़ का नुकसान
कुछ ही मिनटों में अस्थमा बन सकता है जानलेवा- डॉ रवि आनंद
चीन का ‘पानी पर कब्ज़ा’? ब्रह्मपुत्र पर दुनिया का सबसे बड़ा डैम, भारत में खलबली!
विधानसभा सत्र से पहले संघर्ष समिति ने सांसद-विधायकों को भेजा पत्र, दस्तावेज सार्वजनिक करने की मांग
औद्योगिक क्षेत्रों के आस-पास रहना है खतरनाक, यहाँ रहने वालों का जीवन है खतरे में
रेलवे की राउंड ट्रिप पैकेज योजना में छूट के साथ कड़े नियम, यात्रियों को हो सकती हैं ये 4 बड़ी परेशानियां