मानसून के सक्रिय होते ही यूपी में बिजली की मांग ने लगाए गोते
नई दिल्ली,16 सितंबर 2022-उत्तर प्रदेश में मानसून की तगड़ी सक्रियता के कारण बिजली की मांग में भारी कमी दर्ज की गयी है। पिछले कुछ दिनों के दौरान बिजली की मांग में 7000 मेगावाट से ज्यादा की कमी दर्ज की गयी है। पिछले 40 घंटे के दौरान ही मांग में 100 मिलियन यूनिट की कमी हो चुकी है। मांग में भारी कमी के कारण प्रदेश के ऊर्जा विभाग को काफी राहत मिली है।
मांग में कमी को देखते हुए कई इकाइयों से उत्पादन कम कराया जा रहा है। अभी बीते 9 सितंबर को ही पीक आवर के दौरान अधिकतम प्रतिबंधित मांग रिकार्ड 26761 मेगावाट तक पहुँच गयी थी।उत्तर प्रदेश के इतिहास में यह अभी तक की सबसे ज्यादा मांग रही। वहीं सप्ताह भर के अंदर ही मानसून की सक्रियता के कारण बिजली की मांग गोते लगा रही है।
16 सितंबर को रात आठ बजे के करीब अधिकतम मांग 17933 मेगावाट दर्ज की गयी। हालात यह है कि पिछले सप्ताह तक जहाँ 14000 मेगावाट से ज्यादा बिजली केंद्रीय पूल से आयात करनी पड़ रही थी वहीँ गुरुवार रात को यह 8500 मेगावाट तक लुढ़क गयी थी।
मांग में कमी के कारण लगभग सभी क्षेत्रों में शेड्यूल के अनुसार बिजली आपूर्ति करने में मदद मिल रही है। गुरुवार को ही प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में औसतन 18.13 घंटे बिजली आपूर्ति की गयी। यही नहीं तहसील और बुंदेलखंड क्षेत्र में भी शेड्यूल के आधार पर आपूर्ति की गयी।