यूपी के रिहंद बांध के भरने के बढ़े आसार
रोजाना पहुँच रहा 40 हजार क्यूसेक पानी
फोटो-रिहंद नदी
नई दिल्ली-देश में सबसे ज्यादा बिजली पैदा करने के लिए जलीय आधार बनने वाले रिहन्द बांध के सात वर्षों बाद पुनः पूरी तरह भरने के आसार बन गये है। रिहंद में पुनः 40 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी पहुँचने को देखते हुए संभावना है कि चालू अगस्त माह में ही बांध का जलस्तर अधिकतम तक पहुँच जाए। फिलहाल छतीसगढ़ के सरगुजा क्षेत्र में निरंतर बारिश होने के कारण 2016 के बाद पुनः रिहंद का जलस्तर 870 फीट से ज्यादा पहुँचने की संभावना बन गयी है। अगर मौसम ने साथ दिया तो सात साल बाद रिहंद के फाटक पुनः खोले जा सकते हैं। शनिवार 17 अगस्त को रिहंद बांध का जलस्तर 861 फीट पहुँच गया था। बंगाल की खाड़ी में बने नए दबाव को देखते हुए संभावना है कि उत्तरी छत्तीसगढ़ में बारिश जारी रहे।
अगस्त में हुई भारी बारिश
वर्ष 2023 में मानसून की बेरुखी देख चुके रिहंद के लिए चालू अगस्त माह काफी अनुकूल साबित हुआ है। पिछले वर्ष रिहंद की हालत चालू शताब्दी में सबसे खराब रही थी। वर्ष 2023 में रिहंद का अधिकतम जलस्तर मात्र 851.8 फीट ही रह गया था। जिसके कारण बीते तीन तिमाही में जल विद्युत उत्पादन में भारी कमी दर्ज की गयी। साथ ही समझौते के तहत बिहार को जलापूर्ति में दिक्कतें सामने आई। बहरहाल चालु अगस्त माह में रिकार्डतोड़ बारिश ने मानसून सत्र के मध्य में ही रिहंद के जलस्तर को चिंता की स्थिति से बाहर कर दिया है।
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जनपद में मौजूद रिहंद में सबसे ज्यादा पानी छतीसगढ़ के सूरजपुर और सरगुजा जनपदों से आता है। जहाँ पिछले एक पखवाड़े में क्रमशः 391 मिलीमीटर एवं 206 मिलीमीटर बारिश हुयी है। इसके अलावा छतीसगढ़ के बलरामपुर में 584 मिलीमीटर,जशपुर में 217 मिलीमीटर,यूपी के सोनभद्र में 307 मिलीमीटर तथा मध्यप्रदेश के सिंगरौली के 496 मिलीमीटर बारिश हुयी है।
ढाई लाख क्यूसेक से ज्यादा पहुंचा पानी
वर्ष 2017 के बाद ऐसा मौका फिर आया जब किसी दिन ढाई लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी रिहंद बांध में पहुंचा। बीते 4 अगस्त को रिहंद में 265213 क्यूसेक पानी पहुँच था। अगस्त माह में ही ऐसे छह दिन रहे जिसमे 80 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी रिहंद में पहुंचा है। इससे पहले 28 जुलाई 2017 को लगभग तीन लाख क्यूसेक पानी रिहंद में पहुंचा था। बीते एक पखवाड़े में सबसे कम 15 अगस्त को करीब 25 हजार क्यूसेक पानी रिहन्द में पहुंचा था। जिससे आशंका थी कि कहीं जलभराव की गति धीमी न हो जाए। खैर 16 अगस्त को पुनः 41 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी पहुंच गया जिससे रिहंद प्रशासन सहित प्रदेश सरकार ने राहत की सांस ली है।
13 दिनों में 22 फीट बढ़ा जलस्तर
बीते चार अगस्त से 17 अगस्त के बीच जलस्तर में 22 फीट से ज्यादा की वृद्धि हो चुकी है। बीते तीन अगस्त को रिहंद का जलस्तर 838.8 फीट था,जो 17 अगस्त सुबह आठ बजे तक 861 फीट पहुँच गया था। वर्ष 2016 के बाद ऐसा मौका आया है जब कम समय में जलस्तर में इतनी वृद्धि दर्ज की गयी है। वर्ष 2016 में 13 दिनों में रिहंद के जलस्तर में 27 फीट की वृद्धि दर्ज की गयी थी।
फाटक खुलने पर होगी पटना में दिक्कत
रिहंद के फाटक खुलने पर रिहंद नदी और उसके बाद सोन नदी के तटवर्ती इलाकों सहित बिहार में दिक्कतें बढ़ जाती है। रिहंद का फाटक खुलने पर बिहार के इन्द्रपुरी जलाशय में स्थिति विस्फोटक हो जाती है।सोन नदी पर मौजूद इन्द्रपुरी बराज से निकला पानी पटना में गंगा के जलस्तर को बढ़ा देता है।