सोलर एनर्जी कारपोरेशन को मिला नवरत्न का दर्जा

SECI

नई दिल्ली,30 अगस्त 2024-सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SECI) को 30 अगस्त 2024 को वित्त मंत्रालय द्वारा 'नवरत्न' का दर्जा प्रदान किया गया। SECI, जो कि नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के तहत एक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम (CPSU) है, ने अपने गठन के 13 वर्ष पूरे करने के बाद यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।

SECI ने भारत में अक्षय ऊर्जा के विकास और विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसकी संचयी उत्पादन क्षमता 69.25 गीगावॉट (GW) है और वार्षिक बिजली व्यापार मात्रा 42 बिलियन यूनिट से अधिक है। SECI को भारत की अग्रणी अक्षय ऊर्जा कार्यान्वयन एजेंसी (REIA) के रूप में जाना जाता है, जो देश के जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने और सतत विकास की दिशा में निरंतर प्रयासरत है।

पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में SECI ने 13,118.68 करोड़ रुपये का समेकित वार्षिक कारोबार दर्ज किया, जिसमें 20.85% की वृद्धि देखी गई। इसके अलावा, कंपनी ने 510.92 करोड़ रुपये का कर-पश्चात लाभ (PAT) दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 34.89% की वृद्धि है।

नवरत्न का दर्जा मिलने से SECI को वित्तीय और परिचालन मामलों में अधिक स्वायत्तता प्राप्त होगी, जिससे कंपनी को बेहतर चपलता, विस्तारित भौगोलिक उपस्थिति, और प्रौद्योगिकी पर अधिक फोकस के साथ अपने विकास पथ को तेज करने में मदद मिलेगी। यह निर्णय भारत के सतत ऊर्जा की ओर संक्रमण पर सरकार के फोकस को दर्शाता है।

SECI का नवरत्न दर्जा प्राप्त करना न केवल कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, बल्कि यह भारत की ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम भी है।

Latest News

ओबरा सी की दूसरी इकाई भी कमर्शियल लोड पर ओबरा सी की दूसरी इकाई भी कमर्शियल लोड पर
नई दिल्ली - उत्तर प्रदेश राज्य विधुत उत्पादन निगम की सबसे पुरानी ओबरा तापीय परियोजना के विस्तारीकरण के तहत नवनिर्मित...
अक्षय ऊर्जा क्षेत्र के लिए पवन ऊर्जा भारत की रणनीति के केंद्र में
केंद्रीय विधुत मंत्री ने गोरखपुर हरियाणा अणु विद्युत परियोजना का दौरा किया
जम्मू-कश्मीर के विद्युत और शहरी विकास कार्यों की समीक्षा
इरेडा ने क्यूआईपी के माध्यम से 2,005.90 करोड़ रुपये जुटाए
भारत बना बिजली अधिशेष देश, 241 गीगावाट पीक डिमांड को बिना किसी कमी के किया पूरा
मई 2024 में 250 गीगावाट की रिकॉर्ड मांग पूरी: मनोहर लाल
रिकॉर्ड समय में चालू की गई अनपरा की 500 मेगावाट की छठवीं इकाई
वितरण सुधारों को प्रोत्साहित करने के नाम पर निजीकरण स्वीकार्य नहीं है
अनुभवी और योग्य अभियंता भय के वातावरण में कार्य करने में असमर्थ