ओबरा सी की दूसरी इकाई भी कमर्शियल लोड पर

ओबरा परियोजना की क्षमता हुयी 2320 मेगावाट

नई दिल्ली - उत्तर प्रदेश राज्य विधुत उत्पादन निगम की सबसे पुरानी ओबरा तापीय परियोजना के विस्तारीकरण के तहत नवनिर्मित ओबरा सी की दूसरी इकाई भी कमर्शियल लोड पर आ गयी है। बीते छह मार्च 2025 को ग्रिड से जुडी 660 मेगावाट वाली दूसरी इकाई लगभग 71 वें दिन कमर्शियल लोड पर आने में सफल रही। सोमवार शाम को उक्त इकाई ने ऐतिहासिक रूप से 700 मेगावाट उत्पादन कर उत्पादन निगम का गौरव बढ़ाया। उत्तर प्रदेश में ऊर्जा निगमों के संभावित निजीकरण के बीच निगम और कोरियन कंपनी दुसान पावर ने बड़ी उपलब्धि दर्ज की है।सोमवार रात्रि 20.15 बजे ओबरा परियोजना प्रशासन ने इकाई के कमर्शियल लोड पर आने की घोषणा की। घोषणा के साथ ही कंट्रोल रूम में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी। अब प्रदेश को ओबरा परियोजना से रिकॉर्ड 2300 मेगावाट से ज्यादा बिजली मिलेगी। एनटीपीसी की स्थापना से 15 वर्ष पहले वर्ष 1967 से देश में प्रकाश फैला रही ओबरा परियोजना ने एक और मील का पत्थर तय किया है। कोरोना के साथ मानसून आदि से बनी विपरीत परिस्थितियों के बीच ओबरा सी के निर्माण में तय 52 माह की जगह 100 माह से ज्यादा का समय लगा।   
 
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महत्वपूर्ण दिन 
 
-यह इकाई दिनांक 19 मई 2025 के रात्रि 20.40 बजे पूर्ण लोड पर चलायी गयी
-ग्रिड से समकालन 06 मार्च 2025 को 
-ब्वायलर लाईट-अप 31 मार्च 2024 को 
-ब्वायलर हाइड्रो टेस्ट 30 मार्च 2024 को
-22 दिसंबर 2016 को 2x660मे0वा0 ओबरा ‘सी’ परियोजना का निर्माण आरम्भ
 
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ये रहे मौजूद 
 द्वितीय इकाई के पूर्ण लोड पर परिचालन के समय मुख्य महाप्रबन्धक इं.आरके अग्रवाल, महाप्रबन्धक इं. एसके सिंघल, अधीक्षण अभियन्ता इं.संजय पटेल, अधिशासी अभियन्तागण इं.रिंकेश कुमार, इं.अवधेश कुमार, इं.सुमन्त गौतम, इं.अखिलेश कुमार, इं.चैतन्य कौशल, इं.संजीव यादव के साथ-साथ अन्य निगमीय तथा दुसान पावर के कार्मिक उपस्थित रहे।  

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