पीएम मोदी ने रखी 500 मेगावाट बैटरी भंडारण परियोजना की आधारशिला
बिहार के 15 जिलों में लगेगा बैटरी ऊर्जा स्टोरेज सिस्टम
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिजली के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए बिहार में 500 मेगावाट क्षमता की बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) की आधारशिला रखी। राज्य के 15 ग्रिड सबस्टेशनों पर स्टैंडअलोन बीईएसएस लगाए जा रहे हैं, जिनमें मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया, सीवान आदि शामिल हैं। प्रत्येक सबस्टेशन में लगाई जाने वाली बैटरी की क्षमता 20 से 80 मेगावाट है। इससे वितरण कंपनियों को महंगी दरों पर बिजली खरीदने से बचाया जा सकेगा, क्योंकि पहले से संग्रहीत बिजली को वापस ग्रिड में भेजा जाएगा, जिसका सीधा लाभ उपभोक्ताओं को मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने आज बिहार के सीवान में 5,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने उपस्थित लोगों का अभिवादन करते हुए बाबा महेंद्र नाथ और बाबा हंसनाथ को नमन किया और सोहगरा धाम की पवित्र उपस्थिति का स्मरण किया। उन्होंने मां थावे भवानी और मां अंबिका भवानी को भी नमन किया। प्रधानमंत्री ने देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद और लोकनायक जयप्रकाश नारायण को नमन किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10-11 वर्षों में बिहार में लगभग 55,000 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि 1.5 करोड़ से अधिक घरों को बिजली कनेक्शन प्रदान किए गए हैं जबकि 1.5 करोड़ घरों को नल का जल मिला है। श्री मोदी ने कहा कि राज्य भर में 45,000 से अधिक कॉमन सर्विस सेंटर स्थापित किए गए हैं, जो इस बात का प्रमाण हैं कि अब बिहार के छोटे शहरों में नए स्टार्ट-अप उभर रहे हैं।
इस कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह, जीतन राम मांझी, गिरिराज सिंह, चिराग पासवान, नित्यानंद राय, राम नाथ ठाकुर, डॉ. राज भूषण चौधरी, सतीश चंद्र दुबे सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। (PIB Delhi)