भारत में FY26 तक 28.4 GW सोलर क्षमता जुड़ने की उम्मीद, अब तक 85.6 GW कमीशन: रिपोर्ट
नई दिल्ली। भारत की अक्षय ऊर्जा यात्रा तेजी से रफ्तार पकड़ रही है। एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2025-26 (FY26) में देश में 28.4 गीगावॉट (GW) सौर ऊर्जा क्षमता जोड़े जाने की संभावना है। यह वृद्धि भारत को 2030 तक 500 GW गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित क्षमता के लक्ष्य के और करीब पहुंचाएगी।
रिपोर्ट के मुताबिक अब तक देश में कुल 85.6 GW सोलर क्षमता कमीशन हो चुकी है। यह आंकड़ा भारत को दुनिया के सबसे बड़े सौर ऊर्जा बाजारों में शामिल करता है। FY25 में भी सौर ऊर्जा की बड़ी परियोजनाओं पर काम तेज़ी से जारी रहने की उम्मीद जताई गई है।
ये कहती है रिपोर्ट
85.6 GW सोलर क्षमता अब तक कमीशन।
FY26 में 28.4 GW नई क्षमता जुड़ेगी।
2030 तक 500 GW गैर-जीवाश्म क्षमता का लक्ष्य।
सौर ऊर्जा उत्पादन में घरेलू विनिर्माण और नीति समर्थन अहम भूमिका निभा रहे हैं।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की नीतियों के चलते सोलर पैनल और मॉड्यूल के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिल रहा है। इससे आयात निर्भरता कम होगी और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
विशेषज्ञों की राय
ऊर्जा क्षेत्र के विशेषज्ञ मानते हैं कि इस बढ़ती क्षमता से भारत की ऊर्जा सुरक्षा मजबूत होगी और कार्बन उत्सर्जन घटाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, ग्रीन एनर्जी के लिए निवेश आकर्षित होगा और सौर ऊर्जा की लागत में और कमी आने की संभावना है।
सौर ऊर्जा में यह विस्तार भारत के जलवायु लक्ष्यों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।