बागेश्वर में कुवारी गांव के पास झील बनी
देहरादून, 26 जून (भाषा) उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में कुवारी गांव के पास पिंडर नदी में झील बन गयी है। कपकोट के उपजिलाधिकारी पारितोष वर्मा ने रविवार को बताया कि भूस्खलन के मलबे से नदी का बहाव थोड़ा सा ही प्रभावित हुआ है और खतरे की कोई बात नहीं है।
उन्होंने बताया कि कुवारी गांव में वर्ष 2013 की आपदा के समय से ही भूस्खलन हो रहा है जिसके कारण नदी के थोड़े से क्षेत्र में पानी जमा हो गया है। वर्मा ने कहा, ‘‘भूस्खलन का मलबा नदी में गिर रहा है, लेकिन ऐसा नहीं है कि पूरी नदी रुक गयी है। मलबे ने नदी के बहाव को थोड़ा बाधित किया है और थोड़े से क्षेत्र में पानी एकत्र हो गया है।’’
उन्होंने कहा कि झील से गांव को खतरा नहीं है, क्योंकि गांव काफी ऊपर है। हालांकि, उन्होंने कहा कि लगातार भूस्खलन होने के कारण गांव से विस्थापन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
अधिकारी ने बताया कि अतिसंवदेनशील के रूप में चिह्नित 18 परिवारों के विस्थापन का धन प्रशासन के पास आ गया है और उनमें से 10-12 परिवारों ने विस्थापन शुरू भी कर दिया है। उन्होंने कहा कि बाकी परिवारों को भी इस संबंध में नोटिस भेजे जा चुके हैं।
उपजिलाधिकारी ने बताया कि कुवारी गांव के 70-75 परिवारों को विस्थापन के लिए चिह्नित किया गया है और चरणबद्ध तरीके से उन्हें विस्थापित किया जाएगा।