भारत सरकार ने राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन पर आयोजित की बजट संगोष्ठी

भारत सरकार ने राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन पर आयोजित की बजट संगोष्ठी

नई दिल्ली,14 अगस्त 2024-भारत सरकार के खान मंत्रालय ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन पर एक महत्वपूर्ण बजट संगोष्ठी का आयोजन किया। इस संगोष्ठी का उद्देश्य वैश्विक हरित प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भारत की स्थिति को मजबूत करना और देश को आवश्यक कच्चे माल में आत्मनिर्भर बनाना था। यह संगोष्ठी केंद्रीय बजट 2024-25 के अनुरूप आयोजित की गई, जिसमें आर्थिक विकास और शून्य कार्बन उत्सर्जन में परिवर्तन के लिए सरकार की अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित किया गया।

केंद्रीय बजट की पृष्ठभूमि में महत्वपूर्ण पहल

केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा केंद्रीय बजट 2024-25 में राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन की स्थापना की घोषणा की गई थी। इस मिशन का उद्देश्य भारत को हरित संक्रमण और आर्थिक विकास के लिए आवश्यक कच्चे माल में आत्मनिर्भर बनाना है। इस दिशा में यह संगोष्ठी एक महत्वपूर्ण कदम था, जिसमें महत्वपूर्ण खनिज क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अग्रणी बनने की भारत की रणनीतिक पहल को बल मिला।

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मिशन की व्यापक रूपरेखा प्रस्तुत

खान मंत्रालय की संयुक्त सचिव, डॉ. वीणा कुमारी डर्मल ने संगोष्ठी के दौरान प्रस्तावित राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन पर एक व्यापक प्रस्तुति दी। इस प्रस्तुति में घरेलू अन्वेषण को बढ़ाने, विदेशी संपत्ति प्राप्त करने, रीसाइक्लिंग प्रक्रियाओं को सुदृढ़ करने और खनिजों का उपयोग करने वाले उद्योगों के लिए दायित्वपूर्ण ढांचे की स्थापना जैसी प्रमुख पहलों और रणनीतियों की रूपरेखा तैयार की गई।

उद्योग जगत और नीति विशेषज्ञों का सहयोग

इस संगोष्ठी में उद्योग जगत के प्रतिनिधियों, नवोन्मेषी स्टार्ट-अप्स, सरकारी अधिकारियों, वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों और नीति विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया। उन्होंने मिशन के विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों, जैसे घरेलू अन्वेषण और उत्पादन को प्रोत्साहित करना, विदेशों में महत्वपूर्ण खनिज संपत्ति प्राप्त करना और व्यापार एवं स्टॉक का कुशल प्रबंधन करने पर गहन चर्चा की।

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रिसाइक्लिंग और अनुसंधान की आवश्यकता पर जोर

संगोष्ठी के दौरान इस बात पर भी जोर दिया गया कि भारत की महत्वपूर्ण खनिज आवश्यकताओं को सुरक्षित करने के लिए रिसाइक्लिंग पर केंद्रित अनुसंधान और विकास, कौशल पहल और उत्पादन से संबद्ध प्रोत्साहन योजना की आवश्यकता है। यह सुनिश्चित किया गया कि राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन के लिए एक समग्र और अभिनव दृष्टिकोण अपनाया जाए, जिससे देश को खनिज क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाया जा सके।

भविष्य की दिशा

संगोष्ठी में विकसित किए गए विचार और रणनीतियाँ राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन के सफल कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। यह मिशन भारत को वैश्विक खनिज बाजार में एक मजबूत स्थिति दिलाने और देश के आर्थिक विकास के लिए एक मजबूत आधार बनाने में सहायक होगा।

इस प्रकार, राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन पर आयोजित इस संगोष्ठी ने देश की खनिज आवश्यकताओं को सुरक्षित करने और हरित प्रौद्योगिकी क्षेत्र में अग्रणी बनने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने का मार्ग प्रशस्त किया है।

स्रोत: PIB Delhi

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